बीकानेर. पहाड़ी एरिया की तरह बीकानेर में एडवेंचर टूरिज्म और रोपवे और हैंगिंग ब्रिज का सपना साकार हो सकेगा. बीकानेर में बजरी के खनन क्षेत्र मोहता सराय खदान क्षेत्र में 'एडवेंचर टूरिज्म प्वाइंट' विकसित करने की कवायद की जा रही (Preparation to develop Adventure Tourism Point in the mine) है. इसमें रोप-वे और हैंगिंग ब्रिज की मदद से एक सिरे से दूसरे सिरे तक पहुंचा जा सकेगा.
मोहता सराय खदान क्षेत्र को 'एडवेंचर टूरिज्म प्वाइंट' के रूप में विकसित किया जाएगा. इस खदान में विभिन्न किस्मों के छायादार और सजावटी पेड़-पौधे लगाए जाएंगे. पूरे क्षेत्र में हरियाली की जाएगी. रोप-वे और हैंगिंग ब्रिज इसका मुख्य आकर्षण होगा.
शहरी क्षेत्र में एडवेंचर टूरिज्म की संभावनाएं तलाशी जा रही: जिला कलेक्टर और नगर विकास न्यास अध्यक्ष भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि बीकानेर शहरी क्षेत्र में एडवेंचर टूरिज्म की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. इसके लिए विभिन्न स्थानों का चिन्हीकरण किया गया है. प्रारंभिक चरण में मोहता सराय क्षेत्र की एक खदान को 'एडवेंचर टूरिज्म पॉइंट' के रूप में विकसित किया जाएगा. आमजन के अवलोकन और सुरक्षा की दृष्टि से खदान के बाहरी क्षेत्र में आकर्षण रेलिंग लगाकर इसे जयपुर के एक संघन वन की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. इसके लिए खदान के मूल स्वरूप को संरक्षित रखते हुए इसमें सघन पौधारोपण किया जाएगा. रंग बिरंगी रोशनी से इसे विशेष आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा. बरसाती पानी का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया जाएगा.
खदान के एक हिस्से को दूसरे हिस्से तक पहुंचने के लिए रोप वे बनाया जाएगा: जिला कलेक्टर ने बताया कि खदान के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक पहुंचने के लिए रोप वे बनाया जाएगा. जो कि बीकानेर का पहला रोप वे होगा और यह पहाड़ी क्षेत्रों सा अहसास करवाएगा. यहां हैंगिंग ब्रिज भी बनाया जाएगा. इसके साथ ही एडवेंचर की विभिन्न गतिविधियों की व्यवस्था होगी. जिला कलेक्टर ने न्यास सचिव को इसकी विस्तृत योजना बनाने की निर्देश दिए हैं. साथ ही रोप वे के लिए विशेषज्ञों से चर्चा करने और आवश्यकता के अनुसार साइट विजिट करवाने के लिए निर्देशित किया है.
उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में बनने वाला यह 'एडवेंचर टूरिस्ट पॉइंट' बीकानेर को नई पहचान दिलाएगा. बता दें कि जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने पिछले दिनों इस क्षेत्र का दौरा किया था और इसे विकसित करने के निर्देश दिए थे. इस दौरान इस दौरान न्यास सचिव नरेंद्र सिंह पुरोहित सहित अन्य तकनीकी अधिकारी साथ रहे.