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Phulera Dooj 2023: आज दांपत्य जीवन में खुशहाली को करें भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा

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Published : Feb 21, 2023, 9:35 AM IST

फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज के रूप में मनाया जाता है. आज के दिन को भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम के प्रतीक के रूप में माना गया है. ऐसी मान्यता है कि आज के दिन सच्चे मन से जो भी भक्त भगवान कृष्ण और राधा मैया की पूजा करेगा, जिसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.

Phulera Dooj 2023
Phulera Dooj 2023

बीकानेर. भगवान श्री कृष्ण और राधा के निश्चल प्रेम का जितना वर्णन किया जाए कम है. फाल्गुन मास के कृष्ण शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को फुलेरा बीज के नाम से जाना जाता है. आज के दिन भगवान कृष्ण और राधा मैया की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि आज के दिन सच्चे मन से पूजा करने से दांपत्य जीवन में खुशियों का प्रवेश होता है. वहीं, प्रेम विवाह की चाह रखने वालों के लिए आज का दिन खासा महत्वपूर्ण है और उन्हें पूरे विधि-विधान से आज कृष्ण-राधा की पूजा करनी चाहिए.

विवाह का मुहूर्त - धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज का दिन विवाह और मांगलिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ है. साथ ही अबूझ मुहूर्त होने के नाते आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा मैया की पूजा के बाद वैवाहिक कार्यक्रम की शुरुआत की जा सकती है. वहीं, दांपत्य जीवन में खुशहाली के लिए पति-पत्नी को एक साथ पूजा करनी चाहिए. इससे उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.

इसे भी पढ़ें - मंगलवार को करें ये काम, जिंदगी में हर मनोवांछित उद्देश्य होगा सफल

फुलेरा दूज मुहूर्त - पंचांग के अनुसार फुलेरा दूज सुबह 09 बजकर 04 मिनट पर शुरू हो रही है और 22 फरवरी 2023 को सुबह 05 बजकर 57 मिनट तक रहेगी. इसलिए उदयातिथि के अनुसार 21 फरवरी को ही यह मनाई जाएगी. आज के दिन कृष्ण मंदिरों में फाग महोत्सव का आयोजन किया जाता है. जहां कृष्ण और राधा के भजन कीर्तन होते हैं. वहीं, भगवान कृष्ण और राधा मैया का फूलों से श्रृंगार किया जाता है और गोधूलि मुहूर्त में शाम 6 बजकर 13 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 38 मिनट के बीच पूजा अति शुभ होगा.

पीले फूल करें अर्पित - भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी को प्रेम का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में यदि आपके दांपत्य जीवन किसी भी प्रकार की समस्या हो रही है तो आप अपनी पत्नी के साथ मिलकर आज श्रीकृष्ण-राधा रानी की पूजा जरूर करें. साथ ही पूजा के दौरान पीले फूल और पीले वस्त्र अर्पित करने के अलावा माखन मिश्री का भोग लगाना न भूले.

बीकानेर. भगवान श्री कृष्ण और राधा के निश्चल प्रेम का जितना वर्णन किया जाए कम है. फाल्गुन मास के कृष्ण शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को फुलेरा बीज के नाम से जाना जाता है. आज के दिन भगवान कृष्ण और राधा मैया की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि आज के दिन सच्चे मन से पूजा करने से दांपत्य जीवन में खुशियों का प्रवेश होता है. वहीं, प्रेम विवाह की चाह रखने वालों के लिए आज का दिन खासा महत्वपूर्ण है और उन्हें पूरे विधि-विधान से आज कृष्ण-राधा की पूजा करनी चाहिए.

विवाह का मुहूर्त - धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज का दिन विवाह और मांगलिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ है. साथ ही अबूझ मुहूर्त होने के नाते आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा मैया की पूजा के बाद वैवाहिक कार्यक्रम की शुरुआत की जा सकती है. वहीं, दांपत्य जीवन में खुशहाली के लिए पति-पत्नी को एक साथ पूजा करनी चाहिए. इससे उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.

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फुलेरा दूज मुहूर्त - पंचांग के अनुसार फुलेरा दूज सुबह 09 बजकर 04 मिनट पर शुरू हो रही है और 22 फरवरी 2023 को सुबह 05 बजकर 57 मिनट तक रहेगी. इसलिए उदयातिथि के अनुसार 21 फरवरी को ही यह मनाई जाएगी. आज के दिन कृष्ण मंदिरों में फाग महोत्सव का आयोजन किया जाता है. जहां कृष्ण और राधा के भजन कीर्तन होते हैं. वहीं, भगवान कृष्ण और राधा मैया का फूलों से श्रृंगार किया जाता है और गोधूलि मुहूर्त में शाम 6 बजकर 13 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 38 मिनट के बीच पूजा अति शुभ होगा.

पीले फूल करें अर्पित - भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी को प्रेम का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में यदि आपके दांपत्य जीवन किसी भी प्रकार की समस्या हो रही है तो आप अपनी पत्नी के साथ मिलकर आज श्रीकृष्ण-राधा रानी की पूजा जरूर करें. साथ ही पूजा के दौरान पीले फूल और पीले वस्त्र अर्पित करने के अलावा माखन मिश्री का भोग लगाना न भूले.

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