बीकानेर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal) शुक्रवार को बीकानेर के दौरे पर रहे. इस दौरान बीकानेर सर्किट हाउस (Bikaner Circuit House) पहुंचने पर रालोपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. हनुमान बेनीवाल ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा. बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पुत्र मोह में धृतराष्ट्र बन गए हैं. राजस्थान में क्या हो रहा है इसकी मुख्यमंत्री को परवाह नहीं है.
बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ अपने बेटे वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) के राजनीतिक भविष्य को चमकाना चाहते हैं. वैभव गहलोत को जोधपुर से चुनाव नहीं जीता पाए तो आरसीए (RCA) का चेयरमैन बनाकर खुश हो रहे हैं. पिछले साल सरकार के अस्थिर होने के घटनाक्रम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उस वक्त अपने विधायकों को लेकर मुख्यमंत्री होटलों में घूमते रहे.
मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों को हर काम के लिए खुली छूट दे दी है. सिर्फ अपनी सरकार को बचाए रखने की जुगत में जुटे हुए हैं. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे को लेकर संघर्ष कर रही है. अभी तक अपने बेटे को मोदी सरकार में मंत्री नहीं बना पाई है.
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) को लेकर कटाक्ष करते हुए बेनीवाल ने कहा कि पहले पायलट के प्रति सहानुभूति थी जो अब नहीं है. पायलट और गहलोत (Gehlot Vs Pilot) के बीच इतनी तनातनी के बावजूद भी पायलट वापस गहलोत से मिल गए. अमेरिकी हेलिकॉप्टर में घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को संघर्ष करना चाहिए था.
भ्रष्ट कार्मिकों के खिलाफ मिले अभियोजन स्वीकृति...
एसीबी की गिरफ्त में आए रिश्वतखोरों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरी मांग है कि रिश्वत के आरोप में पकड़े गए कार्मिक के खिलाफ तुरंत अभियोजन स्वीकृति मिलनी चाहिए. गहलोत सरकार को अभियोजन की स्वीकृति देने में देरी नहीं करनी चाहिए. जब तक कार्मिकों के खिलाफ मामले का निस्तारण नहीं हो जाता तब तक उन्हें फील्ड पोस्टिंग नहीं दी जानी चाहिए, निलंबित ही रखना चाहिए. लेकिन जमीनी धरातल पर ऐसा नहीं हो रहा है. भ्रष्टाचार के आरोप लगे कार्मिक कुछ समय में मलाईदार पोस्टिंग पा लेते हैं. बेनीवाल ने शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री की ओर से शिक्षकों को तबादले के लिए रुपये देने वाले बयान पर कटाक्ष किया. बेनीवाल ने कहा कि यह सब मुख्यमंत्री गहलोत के इशारे पर ही हुआ है.