बीकानेर. राजिविका के स्वयं सहायता समूहों के संवाद कार्यक्रम के दौरान पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा के कलेक्टर के साथ किए गए बर्ताव को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों में आक्रोश नजर आया. वहीं व्यापारी भी जिला कलेक्टर के साथ खड़े नजर आए. इस मुद्दे को लेकर विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने भी मंत्री रमेश मीणा के बर्ताव पर आक्रोश जताया और उनके इस्तीफे की भी मांग कर (Demand of resignation by Ramesh Meena in Bikaner) डाली.
काली पट्टी बांध किया पेन डाउन: नगर विकास न्यास में कर्मचारियों ने इस मामले में काली पट्टी बांधकर पेन डाउन किया. नगर विकास न्यास कर्मचारी संघ ने एक बैठक कर इस बात को लेकर भी चेतावनी दी कि यदि आने वाले दिनों में मंत्री रमेश मीणा ने माफी नहीं मांगी, तो कर्मचारी आगे भी रणनीति बनाकर कदम उठा सकते हैं. जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने पैदल मार्च कर संभागीय आयुक्त को मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ ज्ञापन दिया. आरएएस एसोसिएशन ने भी जिला कलेक्टर के साथ किए गए इस बर्ताव को लेकर एसोसिएशन की ओर से संभागीय आयुक्त से ज्ञापन सौंपा.
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व्यापारियों ने भी किया विरोध: वहीं बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पच्चीसिया के नेतृत्व में व्यापारियों ने भी मंत्री रमेश मीणा के बर्ताव पर आपत्ति जताते हुए जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल को बेहतरीन प्रशासक बताते हुए संभागीय आयुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. उन्होंने मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की.
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भाजपाइयों ने दी काले झंडे दिखाने की चेतावनी: शहर भाजपा महामंत्री मोहन सुराणा और उपमहापौर राजेंद्र पवार के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने संभागीय आयुक्त कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एएच गौरी को ज्ञापन देकर भाजपाइयों ने इस बात को लेकर चेतावनी दी कि यदि मंत्री ने अपने बर्ताव के लिए माफी नहीं मांगी, तो आने वाले दिनों में प्रदेश सरकार के किसी भी मंत्री के बीकानेर आने पर उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे.
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मंत्री ने दी सफाई: पूरे मामले पर मंत्री रमेश मीणा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अपनी बात पर कायम रहते हुए कहा कि जनता के मुद्दों को लेकर चर्चा हो रही थी. जनता की बात जरूरी है. उन्होंने सीधे तौर पर कलेक्टर के फोन पर बातचीत करने और बार-बार इशारा करने के बावजूद भी नहीं सुनने को लेकर बात कही.