बीकानेर. अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा मुकाम और जाम्भाणी साहित्य अकादमी बीकानेर के तत्वावधान में 4-5 फरवरी, 2023 को दुबई में एक अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा (International conference on environment in Dubai) है. सम्मेलन के संयोजक रमेश बाबल ने बताया कि वैश्विक पर्यावरणीय चुनौतियां और बिश्नोई समाज के सिद्धांतों में समाधान पर आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन में उद्घाटन और समापन सत्र के अलावा 6 तकनीकी सत्र होंगे.
अलग-अलग मुद्दों पर मंथन: मुख्य तौर पर पर्यावरण संरक्षण के साथ ही पर्यावरणीय अवधारणा, वायु, जल, मृदा, ध्वनि प्रदूषण, जैव विविधता, जैविक खेती, सतत विकास, पारिस्थितिकी असंतुलन, गुरुजम्भेश्वर जी की पर्यावरणीय शिक्षाएं, बिश्नोई जीवन शैली, हरे वृक्षों एवं वन्य जीवों के लिए बिश्नोई समाज के लोगों द्वारा दिया गया बलिदान, संयुक्त अरब अमीरात में पर्यावरण संरक्षण एवं जागरूकता, जाम्भाणी साहित्य अकादमी में पर्यावरण संरक्षण, खेजड़ी का पर्यावरणीय महत्व, रेगिस्तान खेती और हरीतिकरण, रेगिस्तानी वन संपदा और वन्य जीव, अक्षय उर्जा, जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, ग्रीन हाउस गैस, ओजोन परत, मरूस्थलीकरण, अपशिष्ट प्रबंधन, वनोन्मूलन आदि ज्वलंत मुद्दों पर विद्वान लोग चिंतन-मनन करेंगे.
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20 तक पंजीकरण: उन्होंने बताया कि सम्मेलन में भागे लेने के इच्छुक लोगों के ऑनलाइन पंजीकरण किए जा रहे हैं. पंजीकरण की अंतिम तिथि 20 दिसंबर है. सम्मेलन के समन्वयक महासभा के अध्यक्ष देवेन्द्र बुड़िया और अकादमी अध्यक्षा डॉ इंदिरा बिश्नोई ने पर्यावरण प्रेमियों को सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया. शुक्रवार को सम्मेलन के ब्रोशर का विमोचन किया गया. इस दौरान अकादमी के उपाध्यक्ष राजाराम धारणियां, कोषाध्यक्ष डॉ भंवरलाल बिश्नोई, डॉ सुरेन्द्र कुमार, सोहनलाल सिहाग आरपीएस डॉ लालचंद बिश्नोई, सोहनलाल ईसरवाल, बुधराम सहारण, हरिराम खीचड़, प्रोफेसर अनिला पुरोहित , एडवोकेट संदीप धारणियां सुभाष खीचड़ आदि लोग उपस्थित रहे.