बीकानेर. मानवाधिकार आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष जस्टिस जीके व्यास शुक्रवार को बीकानेर के दौर पर रहे. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जस्टिस व्यास ने कहा कि मानव अधिकार आयोग अपना काम करता है और आयोग के सामने आए मुद्दों पर पत्र के आधार पर काम होता है. जहां पिछले साल 5000 ऐसे मामलों का निस्तारण भी हुआ है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सवाल उठाना सही नहीं है, क्योंकि अगर अधिकारी बिल्कुल काम नहीं करते, तो देश में इतना व्यवस्था और काम नहीं होता. इस दौरान आयोग के महत्व को कायम रखने को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि समय-समय पर ऐसा होता है कि आयोग के समक्ष कोई मामला आता है, तो उस पर काम होता है और इसी तरह का काम आगे भी जारी रहेगा.
इस दौरान आयोग की प्राथमिकताओं और आम आदमी से जुड़ी समस्याओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या छोटी नहीं होती, हर व्यक्ति का अपना अधिकार है और उसके अधिकारों का हनन हो रहा है. आयोग के समक्ष प्रकरण सामने आता है तो उसके लिए काम किया जाएगा.
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उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि किसी व्यक्ति को केरोसिन की जरूरत है और वह उसे नहीं मिल रहा है, तो भी आयोग के समक्ष प्रकरण आने पर उस पर काम किया जाएगा. इसी तरह यदि किसी व्यक्ति की जमीन पर कब्जा हो रहा है और आयोग के समक्ष यह मामला आता है, तो ऐसे हर मामले में आयोग अपना काम करेगा.