बीकानेर. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीकानेर दौरे पर आए बेनीवाल ने कहा कि सदन में जिस तरह से मुख्यमंत्री ने पिछले साल का बजट पढ़ दिया वह कोई छोटी घटना नहीं है. इस मामले की तो जांच होनी चाहिए. बेनिवाल ने कहा कि चाहे बात बजट लीक की हो या पेपर लीक की इन मामलों की जांच होनी चाहिए. पेपर लीक जैसी बड़ी घटना की जांच तो सीबीआई से करानी चाहिए क्योंकि मुख्यमंत्री ने पहले भी अपने मंत्रियों का किसी मामले में नाम आने पर सीबीआई की जांच कराई है तो फिर पेपर लीक की घटना में जांच कराने में क्या आपत्ति है.
बॉर्डर क्षेत्र में खनन की जांच
बीकानेर के बज्जू थाना इलाके में भारत-पाक सीमा से लगते हुए क्षेत्र में अवैध रूप से खनन के मामले को लेकर बेनीवाल ने कहा कि स्थानीय मंत्रियों की इस मामले में मिलीभगत होने की बात भी आ रही है. इसको लेकर सरकार को सीबीआई की जांच करानी चाहिए और इस मामले को भी वे लोकसभा में उठाएंगे.
हरीश चौधरी को लेकर बोले बेनीवाल
आरक्षण को लेकर हरीश चौधरी के मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र के सवाल पर उन्होंने कहा कि हरीश चौधरी भी कभी मुख्यमंत्री के खास हुआ करते थे और आज वह जो इस तरह की बातें कर रहे हैं सब दिखावा है. राजस्थान की जनता जानती है कि किसान युवा की लड़ाई कौन लड़ रहा है.
वसुंधरा के दिन लद गए
इस दौरान हनुमान बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं तो वहीं भाजपा में कई लोग मुख्यमंत्री बनने का सपना पाले हुए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा पर बेनीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब वसुंधरा राजे के दिन लद गए हैं. उनका जादू खत्म हो गया है क्योंकि उनकी और अशोक गहलोत की मिलीभगत को राजस्थान की जनता जान गई.
पायलट सीएम बनना चाहते हैं
सचिन पायलट पर तंज कसते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि पायलट अब केवल मुख्यमंत्री की कुर्सी पाना चाहते हैं, भले ही वे 4 महीने के लिए ही सीएम बने लेकिन वह अपने आप को साबित करना चाहते हैं कि वे मुख्यमंत्री बन सकते हैं. कांग्रेस में जिस तरह से यह लड़ाई चल रही है और मुख्यमंत्री के समर्थक विधायकों और मंत्रियों को सीएम ने खुली छूट दे रखी है और राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह से वेंटिलेटर पर है.
बजट में कुछ नहीं
इस दौरान हनुमान बेनीवाल ने केंद्र और राज्य के बजट पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि न तो केंद्र सरकार ने राजस्थान के बजट में कुछ दिया है और न ही राजस्थान सरकार ने अपने बजट में कोई विजन रखते हुए जनता से जुड़ी घोषणाएं की हैं. केवल लोकलुभावन घोषणाएं करते हुए मुख्यमंत्री ने बजट पेश किया है जबकि इसको लेकर वित्तीय प्रबंधन कैसे होगा इसकी कोई बात बजट में नहीं है. उन्होंने कहा कि जल्द ही दिल्ली में अग्निवीर योजना के विरोध में 1,00,000 लोगों से अधिक भीड़ जुटाकर रैली की जाएगी और केंद्र सरकार की सेना को ठेके पर देने वाली प्रवृत्ति का विरोध किया जाएगा.