ETV Bharat / state

थल और वायु सेना का फायर पावर युद्धाभ्यास आज से शुरू, दोनों सेनाएं करेंगी शौर्य और दमखम का प्रदर्शन

भारतीय थल सेना और वायु सेना का संयुक्त फायर पावर युद्ध अभ्यास शनिवार को शुरू (Fire power exercise of Indian Army and Air Force) हुआ. बीकानेर के महाजन फायरिंग रेंज में 3 दिन तक यह युद्धाभ्यास जारी रहेगा.

Fire power exercise of Army and Air Force
Fire power exercise of Army and Air Force
author img

By

Published : Nov 19, 2022, 3:24 PM IST

बीकानेर. भारतीय सेना के रणनीतिक कौशल और जांबाज़ हौसलों को लेकर किया जा रहा नियमित फायर पावर युद्धाभ्यास (Fire power exercise of Indian Army and Air Force) शनिवार को एशिया की सबसे बड़ी महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ. भारतीय वायुसेना और थलसेना की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा यह फायर पावर युद्धाभ्यास तीन दिन तक जारी रहेगा.

युद्धाभ्यास में सेना के लेफ्टिनेंट जनरल एस भिंडर, दक्षिणी पश्चिमी कमान के कमांडर इन चीफ शामिल होंगे. युद्धाभ्यास में भारतीय सेना की ओर से काम में लिए जा रहे आधुनिक हथियारों को भी प्रदर्शित किया जाएगा. युद्ध के दौरान दुश्मन के ठिकानों को ध्वस्त कर अपनी ताकत को कई बार साबित कर चुकी भारतीय सेना के सैनिक इस युद्धाभ्यास में भी काल्पनिक युद्ध की तरह अपनी शौर्य और दमखम का प्रदर्शन करेंगे. साथ ही सेना की ओर से काम में लिए जा रहे आधुनिक हथियारों को भी परखेंगे. सप्तशक्ति कमान के साथ होने वाले इस युद्धाभ्यास में सेना की इंजीनियरिंग कोर मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री की यूनिट्स भी शामिल होंगी.

पढ़ें. संयुक्त युद्धाभ्यास गरुड़ 7 : एअर मार्शल चौधरी बोले, वायुसेना को नई पीढ़ी के लड़ाकू जहाजों की तत्काल जरूरत

गरजेंगे लड़ाकू विमान : युद्धाभ्यास के दौरान वायु सेना के लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर भी शामिल होंगे. वायु सैनिक युद्ध के दौरान थल सेना के साथ मिलकर दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के अपने रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन इस युद्धाभ्यास में करेंगे.

बीकानेर. भारतीय सेना के रणनीतिक कौशल और जांबाज़ हौसलों को लेकर किया जा रहा नियमित फायर पावर युद्धाभ्यास (Fire power exercise of Indian Army and Air Force) शनिवार को एशिया की सबसे बड़ी महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ. भारतीय वायुसेना और थलसेना की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा यह फायर पावर युद्धाभ्यास तीन दिन तक जारी रहेगा.

युद्धाभ्यास में सेना के लेफ्टिनेंट जनरल एस भिंडर, दक्षिणी पश्चिमी कमान के कमांडर इन चीफ शामिल होंगे. युद्धाभ्यास में भारतीय सेना की ओर से काम में लिए जा रहे आधुनिक हथियारों को भी प्रदर्शित किया जाएगा. युद्ध के दौरान दुश्मन के ठिकानों को ध्वस्त कर अपनी ताकत को कई बार साबित कर चुकी भारतीय सेना के सैनिक इस युद्धाभ्यास में भी काल्पनिक युद्ध की तरह अपनी शौर्य और दमखम का प्रदर्शन करेंगे. साथ ही सेना की ओर से काम में लिए जा रहे आधुनिक हथियारों को भी परखेंगे. सप्तशक्ति कमान के साथ होने वाले इस युद्धाभ्यास में सेना की इंजीनियरिंग कोर मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री की यूनिट्स भी शामिल होंगी.

पढ़ें. संयुक्त युद्धाभ्यास गरुड़ 7 : एअर मार्शल चौधरी बोले, वायुसेना को नई पीढ़ी के लड़ाकू जहाजों की तत्काल जरूरत

गरजेंगे लड़ाकू विमान : युद्धाभ्यास के दौरान वायु सेना के लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर भी शामिल होंगे. वायु सैनिक युद्ध के दौरान थल सेना के साथ मिलकर दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के अपने रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन इस युद्धाभ्यास में करेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.