बीकानेर. जिले के नोखा तहसील में अमूल डेयरी की ओर से संचालित एक प्लांट के बंद हो जाने से परेशान किसानों ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया. उन्होंने सड़क पर दूध गिरा दिया. पिछले 18 नवंबर से प्लांट बंद है, जिसके चलते किसानों का दूध डेयरी ने लेना बंद कर दिया है. पिछले महीने डेयरी प्रशासन ने गुणवत्तापूर्ण नहीं होने की वजह से एक युवक से दूध लेने से मना किया था. इसके बाद युवक की डेयरी प्रबन्धन से मारपीट हो गई. किसानों का कहना है, कि युवक की गिरफ्तारी नहीं होने की वजह से डेयरी प्रशासन ने प्लांट बंद कर दिया है, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
किसान मनीराम ने कहा, कि डेयरी प्लांट नोखा हर रोज 50 हजार लीटर दूध लेती थी. प्लांट बंद होने के बाद अब किसानों के पास निजी डेयरी में दूध देना ही एक विकल्प रह गया है. निजी डेयरी में सही दाम नहीं मिलता और पूरे दूध का उठाव भी नहीं हो पाता है. ऐसे में किसान दूध गिराने को मजबूर हैं. किसानों की मांग है, कि जल्द ही आरोपी युवक की गिरफ्तारी की जाए और डेयरी प्लांट को शुरू करवाने के लिए प्रशासन प्रयास करे.