ETV Bharat / state

आज मंगलवार है, संकटमोचक हनुमानजी की करें पूजा, राम स्तुति से होते हैं महाबली प्रसन्न

हिन्दू धर्म शास्त्रों में मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा आराधना करने का विशेष महत्व बतलाया गया है. ऐसी मान्यता कि कलियुग में अपने भक्तों को संकट से रेस्क्यु करने के लिए हनुमानजी चमत्कार करते हैं. मंगलवार के दिन सात्विक जीवनचर्या के साथ हनुमानजी की पूजा आराधना करने से ही फल की प्राप्ति होती है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Apr 18, 2023, 8:46 AM IST

Updated : Apr 18, 2023, 9:03 AM IST

बीकानेर. सप्ताह में मंगलवार का दिन अन्य दिनों की तरह विशेष माना जाता है. मंगलवार को भगवान हनुमान जी की पूजा आराधना करनी चाहिए. कहते हैं कि संकट मोचन हनुमानजी भक्तों के जीवन में आए सभी तरह संकट को स्वयं ही हर लेते हैं. इसलिए जातक को मंगलवार के दिन हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए.

ये पाठ करें : मंगलवार को हनुमानजी पूजा के दौरान स्वयं लाल रंग के वस्त्र पहनें. हनुमानजी को केवड़े का इत्र और गुलाब की माला अर्पित करें. मंगलवार के दिन व्रत रखकर शाम के समय बूंदी के लड्डू या बूंदी का प्रसाद अवश्य बांटें. मंगलवार के दिन हनुमानजी के चरणों में तुलसी के पत्ते पर सिंदूर से श्रीराम लिखकर उन्हें अर्पित करें. हनुमानजी की पूजा आराधना के लिए हनुमान चालीसा और सुंदरकांड के पाठ करने से जातक के जीवन सारी विपदाए दूर हो जाती है. इसके साथ ही ॐ हं हनुमते नम: मंत्र का जाप करना चाहिए. इसके अलावा इन मंत्र का जाप भी करना चाहिए
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं ।
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥

ॐ अंजनीसुताय विद्महे वायुपुत्राय ।
धीमहि तन्नो मारुति प्रचोदयात् ।।

भय से मुक्ति : मंगलवार के दिन सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करने से उन जातकों को विशेष लाभ होता है जिनहें सदैव ही भय लगता है और घबराहट होती है. उन लोगों को हनुमान जी की पूजा अवश्य ही करनी चाहिए. मंगलवार के दिन इनका (सुंदरकांड व हनुमान चालीसा) पाठ करने से उनका सभी प्रकार का भय समाप्त हो जाता है.

पढ़ें मंगलवार को करें अंजनी पुत्र हनुमानजी की पूजा, जीवन के हर संकट से मिलेगी मुक्ति

सात्विक रखे जीवन : भगवान हनुमानजी की पूजा अर्चना के साथ ही मंगलवार के दिन व्यक्ति को सात्विक रहना चाहिए. मांस एवं मदिरा अर्थात शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. संभव हो तो सिंदुर लगे हनुमान जी की ही पूजा करनी चाहिए. उनके चरणों को स्पर्श करके उनका टीका अपने मस्तिष्क पर अवश्य ही लगाना चाहिए.


पोशाक और श्रृंगार : मंगलवार के दिन भगवान हनुमान जी की प्रतिमा पर विशेष पोशाक और श्रृंगार करना चाहिए. सिंदूर और लाल रंग के मालीपाना (विशेष प्रकार के बर्क) पोशाक हनुमान जी की प्रतिमा पर पहनाना चाहिए. हनुमानजी बल और बुद्धि के दाता हैं इसलिए हनुमानजी की पूजा करने से शारीरिक बल मिलता है और साथ ही जातक की बुद्धि भी कुशाग्र होती है. हनुमान जी की पूजा आराधना करते समय भगवान श्रीराम का जाप सदैव करना चाहिए.

शनिदोष से भी राहत : रामभक्त हनुमानजी भगवान राम की स्तुति करने से जल्दी प्रसन्न होते हैं. ऐसी मान्यता है कि कलियुग में भी जहां रामकथा पाठ होते हैं वहां हनुमानजी अवश्य ही पहुंचते हैं. पुराणों के अनुसार ऐसी माना जाता है कि जो व्यक्ति शनि ग्रह के वक्र दृष्टि और दोष से पीड़ित होता है उसे हनुमानजी की पूजा अवश्य ही करनी चाहिए. इससे जातक को राहत मिलती है और शनि देव उसके कष्ट को भी कम करते हैं.

बीकानेर. सप्ताह में मंगलवार का दिन अन्य दिनों की तरह विशेष माना जाता है. मंगलवार को भगवान हनुमान जी की पूजा आराधना करनी चाहिए. कहते हैं कि संकट मोचन हनुमानजी भक्तों के जीवन में आए सभी तरह संकट को स्वयं ही हर लेते हैं. इसलिए जातक को मंगलवार के दिन हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए.

ये पाठ करें : मंगलवार को हनुमानजी पूजा के दौरान स्वयं लाल रंग के वस्त्र पहनें. हनुमानजी को केवड़े का इत्र और गुलाब की माला अर्पित करें. मंगलवार के दिन व्रत रखकर शाम के समय बूंदी के लड्डू या बूंदी का प्रसाद अवश्य बांटें. मंगलवार के दिन हनुमानजी के चरणों में तुलसी के पत्ते पर सिंदूर से श्रीराम लिखकर उन्हें अर्पित करें. हनुमानजी की पूजा आराधना के लिए हनुमान चालीसा और सुंदरकांड के पाठ करने से जातक के जीवन सारी विपदाए दूर हो जाती है. इसके साथ ही ॐ हं हनुमते नम: मंत्र का जाप करना चाहिए. इसके अलावा इन मंत्र का जाप भी करना चाहिए
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं ।
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥

ॐ अंजनीसुताय विद्महे वायुपुत्राय ।
धीमहि तन्नो मारुति प्रचोदयात् ।।

भय से मुक्ति : मंगलवार के दिन सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करने से उन जातकों को विशेष लाभ होता है जिनहें सदैव ही भय लगता है और घबराहट होती है. उन लोगों को हनुमान जी की पूजा अवश्य ही करनी चाहिए. मंगलवार के दिन इनका (सुंदरकांड व हनुमान चालीसा) पाठ करने से उनका सभी प्रकार का भय समाप्त हो जाता है.

पढ़ें मंगलवार को करें अंजनी पुत्र हनुमानजी की पूजा, जीवन के हर संकट से मिलेगी मुक्ति

सात्विक रखे जीवन : भगवान हनुमानजी की पूजा अर्चना के साथ ही मंगलवार के दिन व्यक्ति को सात्विक रहना चाहिए. मांस एवं मदिरा अर्थात शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. संभव हो तो सिंदुर लगे हनुमान जी की ही पूजा करनी चाहिए. उनके चरणों को स्पर्श करके उनका टीका अपने मस्तिष्क पर अवश्य ही लगाना चाहिए.


पोशाक और श्रृंगार : मंगलवार के दिन भगवान हनुमान जी की प्रतिमा पर विशेष पोशाक और श्रृंगार करना चाहिए. सिंदूर और लाल रंग के मालीपाना (विशेष प्रकार के बर्क) पोशाक हनुमान जी की प्रतिमा पर पहनाना चाहिए. हनुमानजी बल और बुद्धि के दाता हैं इसलिए हनुमानजी की पूजा करने से शारीरिक बल मिलता है और साथ ही जातक की बुद्धि भी कुशाग्र होती है. हनुमान जी की पूजा आराधना करते समय भगवान श्रीराम का जाप सदैव करना चाहिए.

शनिदोष से भी राहत : रामभक्त हनुमानजी भगवान राम की स्तुति करने से जल्दी प्रसन्न होते हैं. ऐसी मान्यता है कि कलियुग में भी जहां रामकथा पाठ होते हैं वहां हनुमानजी अवश्य ही पहुंचते हैं. पुराणों के अनुसार ऐसी माना जाता है कि जो व्यक्ति शनि ग्रह के वक्र दृष्टि और दोष से पीड़ित होता है उसे हनुमानजी की पूजा अवश्य ही करनी चाहिए. इससे जातक को राहत मिलती है और शनि देव उसके कष्ट को भी कम करते हैं.

Last Updated : Apr 18, 2023, 9:03 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.