बीकानेर. जिले के नापासर थाना क्षेत्र के बेलासर गांव में चार दिन पहले एक दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारने और बारातियों के साथ मारपीट करने के मामले में सोमवार को भीम सेना की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस मामले में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले में जांच अधिकारी बदलने की मांग को लेकर भीम सेना के बैनर तले दलित समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया. बीकानेर कलेक्ट्रेट पर गांधी पार्क से रैली के रूप में पहुंचे इन लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल उठाए. इन लोगों का कहना था कि इस पूरे मामले में डेढ़ दर्जन लोग नामजद है, लेकिन पुलिस ने अभी तक केवल तीन लोगों को ही गिरफ्तार किया है.
भीम सेना के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र मेघवाल ने कहा कि जिन तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उन लोगों ने पुलिस पर भी पथराव किया. इसलिए पुलिस ने केवल उन्हीं लोगों को गिरफ्तार किया है और बाकी लोगों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. जबकि दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारने के साथ ही उसके साथ मारपीट की गई और बारातियों से भी मारपीट की गई. राजेंद्र मेघवाल ने कहा कि इस मामले में सीओ सदर को निलंबित किया जाए और मामले में हर दिन कार्रवाई कर जल्द से जल्द पुलिस जांच रिपोर्ट पेश करें. उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती और जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
गौरतलब है कि 4 दिन पहले जिले के नापासर थाना क्षेत्र के बेलासर गांव में एक दलित दूल्हे को गांव के ही कुछ लोगों ने घोड़ी से उतार दिया था. इस मामले में पुलिस ने दो मामले दर्ज किए थे. जिसमें एक स्वयं पुलिस ने राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज करवाया था तो वहीं पीड़ित पक्ष ने भी जातिसूचक गालियां निकालने और दूल्हे को घोड़ी से उतारने को लेकर मामला दर्ज कराया था.