बीकानेर. कांग्रेस ने बीजेपी उम्मीदवार अर्जुन राम मेघवाल के नामांकन पत्र को लेकर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस प्रत्याशी मदन गोपाल मेघवाल की ओर कांग्रेस के विधि प्रकोष्ठ के अधिवक्ताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने अर्जुन राम मेघवाल के नामांकन को गलत बताया है.
कांग्रेस के विधिक प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने कहा है कि अर्जुनराम मेघवाल ने नामांकन पत्र में अपने खिलाफ चल रहे आपराधिक मुकदमे की जानकारी नहीं दी है. किशन सांखला और एडवोकेट जगदीश शर्मा ने कहा है कि चूरू के जिला कलेक्टर रहते हुए सैनिक कल्याण बस्ती में पात्र व्यक्ति को दरकिनार कर अपने चहेते को अर्जुन राम मेघवाल ने लाभ पहुंचाया गया है. यह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला है. जिस पर सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी ने एसीबी चौकी में मामला दर्ज कराया है. मामले की जांच न्यायालय द्वारा कराई जा रही है. जनवरी 2019 में कोर्ट ने अपना स्थगन हटा लिया है. इसके अलावा एक और मामला अर्जुन मेघवाल के खिलाफ दर्ज है. लेकिन इन दोनों ही मामलों की जानकारी अर्जुन मेघवाल ने निर्वाचन विभाग को नहीं दी है.
कांग्रेस के विधि प्रकोष्ठ ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के नामांकन पर आपत्ति जताई है. बीकानेर के जिला निर्वाचन अधिकारी कुमारपाल गौतम मामले से संबंधित दस्तावेज सौंपे गए हैं. कांग्रेस विधिक प्रकोष्ठ प्रभारी ने चुनाव आयोग ने बीजेपी प्रत्याशी मेघवाल का नामांकन खारिज करने की मांग की है. हालांकि इस दौरान अधिकारियों ने उनसे सवाल किया कि 2009 और 2014 में भी अर्जुन राम मेघवाल ने चुनाव लड़ा था. यह मामले उससे भी पहले के हैं. तब कांग्रेस इस बारे में क्यों नहीं बोली. इस पर उन्होंने कहा कि इस मामले में न्यायालय का स्थगन था. ऐसे में इस पर किसी प्रकार की कोई बात नहीं की जा सकती थी.