बीकानेर. जांगल प्रदेश बीकानेर इन दिनों पहाड़ों की रानी मसूरी को भी ठंड में टक्कर दे रहा है. नए साल के पहले हफ्ते में ही ठंड ने जिलावासियों की धूजणी छुड़ा दी. शुक्रवार रात को बीकानेर में तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो की मसूरी के तापमान के बराबर है. बीकानेर में लगातार कोहरे और शीत लहर के चलते जनजीवन भी प्रभावित है. एक दिन पहले ही जिला कलेक्टर ने भी छोटे बच्चों के लिए 9 जनवरी तक अवकाश घोषित किया था.
देर तक पसरा रहता है सन्नाटा : शीतलहर और कड़ाके की ठंड के चलते सवेरे देर तक हर जगह सन्नाटा पसरा रहता है. शहर में कामकाज भी प्रभावित हो रहा है. अल सुबह मंदिरों और धार्मिक स्थान पर जाने वाले लोगों के समय में भी बदलाव देखने को मिला. वहीं, बाजार में भी दुकान देरी से खुल रही है. दरअसल, शीतलहर और ठंड के चलते लोग घरों से जल्दी बाहर नहीं निकल रहे हैं. शनिवार को भी दोपहर तक सूरज बादलों की आड़ में छिपा रहा.
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पाला पड़ने की संभावना : कृषि विभाग ने भी मौसम में आए बदलाव के चलते पाला पड़ने की संभावना जताई है. कृषि विभाग ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए फसलों में हल्की सिंचाई की सलाह दी है, ताकि जमीन का तापमान एकदम से कम न हो. विभाग ने कहा कि नवस्थापित फलदार बगीचों में पौधों को पाले से बचाने के लिए टाट, बोरी या घासफूस आदि से ढ़ककर या टाटी बनाकर सुरक्षा करें. पाले के कारण पौधों की कोशिकाओं में उपस्थित जल जमने से कोशिका भित्ति फट जाती है, जिससे पौधे की पत्तियां, कोंपले, फूल, फल क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. कृषि अधिकारी उद्यान मुकेश गहलोत ने बताया कि सब्जियों व बगीचों को पाले से बचाने के लिए 0.1 प्रतिशत व्यापारिक गंधक के तेजाब का छिड़काव कर सकते हैं. मौसम विभाग की माने तो आने वाले तीन-चार दिनों तक लगातार तापमान में गिरावट का दौर देखने को मिल सकता है.