बीकानेर. इंजीनियरिंग कॉलेज से हटाए गए 18 कार्मिकों का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है. हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद कर्मचारियों की पुनः नियुक्ति नहीं हो रही है. इसके विरोध में पिछले एक सप्ताह से जिला कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इसी के तहत बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सामूहिक गिरफ्तारी दी. मामले को विधायक बिहारी बिश्नोई ने विधानसभा में भी उठाया.
बीजेपी नेता महावीर रांका के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धरने के 7 दिन बाद भी सरकार की ओर से कार्रवाई नहीं करने के विरोध में जन आक्रोश रैली निकाली. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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विधानसभा में उठा 18 कार्मिकों का मामला: दूसरी ओर बीजेपी विधायक बिहारीलाल बिश्नोई विधानसभा में इस मसले पर स्थगन प्रस्ताव लेकर आए और इस माध्यम से सरकार को मुद्दे से अवगत कराया. बीजेपी विधायक ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि बीकानेर इंजीनियरिंग कॉलेज के 18 कार्मिकों को बिना किसी जांच के चार साल बाद अचानक सेवा से मुक्त कर दिया गया. जिनके समर्थन में बीकानेर कलेक्ट्रेट कार्यालय पर 6 फरवरी से लगातार अनशन चल रहा है.
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पूरा मामला जानिए: विधायक बिश्नोई ने कहा कि गहलोत सरकार ने इन कार्मिकों को सेवा के दो साल पूर्ण होने के बाद भी नियमित नहीं किया. साथ ही वेतन और परिलाभ भी नहीं दिया. बिश्नोई ने कहा कि 4 साल की सेवा पूरी होने के बाद अचानक इन कार्मिकों को हटा दिया गया. सरकार के निर्णय के विरोध में कार्मिकों ने जोधपुर उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की. हाईकोर्ट ने सरकार को आदेश दिया कि इन कार्मिकों की नियुक्ति पुन: की जाए. कहा कि न्यायालय के आदेश के करीब दस महीने बीत जाने के बावजूद भी कार्मिकों को नियुक्ति नहीं दी गई.