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रंगमंच का महाकुंभ 'बीकानेर थिएटर फेस्टिवल' शुरू, आज मंचित होंगे पांच नाटक

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Published : Oct 15, 2022, 7:39 AM IST

बीकानेर में रंगमंच का महाकुंभ ‘बीकानेर थिएटर फेस्टिवल’ शुक्रवार से शुरू (Bikaner Theater Festival) हुआ. फेस्टिवल के पहले दिन टीएम ऑडिटोरियम में चित्तौड़गढ़ के नारायण शर्मा का लोक नाटक तुर्रा कलंगी ने प्रस्तुति दी. शनिवार को पांच नाटक मंचित होंगे.

Bikaner Theater Festival
बीकानेर थिएटर फेस्टिवल

बीकानेर. रंगमंच का महाकुंभ ‘बीकानेर थिएटर फेस्टिवल’ शुक्रवार से शुरू (Bikaner Theater Festival) हुआ. पहले दिन टीएम ऑडिटोरियम में चित्तौड़गढ़ के नारायण शर्मा का लोकनाटक तुर्रा कलंगी मंचित हुआ. इसमें नारायण जोशी और उस्मान हुसैन ने मुख्य भूमिका निभाई. ऑर्गन पर कन्हैया लाल, ढोलक पर हरि भाई और हरमोनियम पर भैरूं भाई ने संगत की. सत्यनारायण मोठिया, सत्य नारायण मकवाना, भगवती लाल, ओंकार वैष्णव और दुर्गेश मेवाड़ी ने मंचन में भागीदारी निभाई. ॉ

लोकनाट्य की प्रस्तुति को दर्शकों ने भरपूर सराहा. यह लोकनाट्य मेवाड़ और मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में लोकप्रिय है. इस दौरान फिल्मी गीतों की तर्ज पर लावणी, मांड और गजल की धुनों ने दर्शकों का मन मोह लिया. इस लोक नाट्य ने कौमी एकता का संदेश दिया. इसी प्रकार गोपेश्वर विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने अमित तिवारी की ओर से निर्देशित नुक्कड़ नाटक 'प्लेटफार्म नंबर 8' और 'जल ही जीवन है' का मंचन किया.

इससे पहले देर शाम को हंशा गेस्ट हाउस में उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ. इस समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष लक्ष्मण व्यास, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. नंद किशोर आचार्य तथा संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन थे. अतिथियों ने कला को सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि इसे व्यक्तित्व को समग्र रूप से निखारने का माध्यम बताया. वक्ताओं ने कहा कि बीकानेर में आयोजित हो रहे थिएटर फेस्टिवल से जन-जन को रंगमंच से जोड़ा जा सकेगा. उन्होंने बीकानेर की रंग परम्परा के बारे में बताया और इसकी दिशा व दशा पर अपने विचार रखें.

पढ़ें: 5 दिवसीय बीकानेर थियेटर फेस्टिवल का आज होगा आगाज, 500 रंगकर्मी लेंगे भाग

आयोजन समिति सदस्य हंसराज डागा ने पांच दिवसीय फेस्टिवल की रूपरेखा की जानकारी दी. इस दौरान अतिथियों ने श्रीवल्लभ पुरोहित की आर्ट गैलरी का उद्घाटन भी किया. फेस्टिवल के कार्यक्रमों की श्रृंखला में चार दिवसीय अभिनय कार्यशाला शनिवार को आयोजित की जाएगी. इस दौरान जोधपुर के वरिष्ठ रंगकर्मी अरुण व्यास और स्वाति व्यास 15 वर्ष से अधिक आयु के प्रशिक्षणार्थियों व दिल्ली के अमित तिवाड़ी 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों को रंगमंच की बारीकियां सिखाएंगे.

आज मंचित होंगे पांच नाटक- थिएटर फेस्टिवल के तहत शनिवार को 11.30 बजे निर्देशक सुधेश व्यास के नाटक ‘अंतर्नाद’ का मंचन हंशा गेस्ट हाउस में होगा. दोपहर 2 बजे जम्मू के रवीन्द्र शर्मा का ‘दोज़ख’ रेलवे ऑडिटोरियम में, शाम 4 बजे चंडीगढ़ के वरुण शर्मा के ‘गगन दमामा बाज्यो’ टाउन हॉल में, शाम 5 बजे दिल्ली के अरविंद सिंह का ‘रुदाली’ रवीन्द्र रंगमंच और मुंबई के फरीद अहमद का नाटक ‘चंदु की चाची’ का टीएम ऑडिटोरियम में मंचन होगा.

बीकानेर. रंगमंच का महाकुंभ ‘बीकानेर थिएटर फेस्टिवल’ शुक्रवार से शुरू (Bikaner Theater Festival) हुआ. पहले दिन टीएम ऑडिटोरियम में चित्तौड़गढ़ के नारायण शर्मा का लोकनाटक तुर्रा कलंगी मंचित हुआ. इसमें नारायण जोशी और उस्मान हुसैन ने मुख्य भूमिका निभाई. ऑर्गन पर कन्हैया लाल, ढोलक पर हरि भाई और हरमोनियम पर भैरूं भाई ने संगत की. सत्यनारायण मोठिया, सत्य नारायण मकवाना, भगवती लाल, ओंकार वैष्णव और दुर्गेश मेवाड़ी ने मंचन में भागीदारी निभाई. ॉ

लोकनाट्य की प्रस्तुति को दर्शकों ने भरपूर सराहा. यह लोकनाट्य मेवाड़ और मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में लोकप्रिय है. इस दौरान फिल्मी गीतों की तर्ज पर लावणी, मांड और गजल की धुनों ने दर्शकों का मन मोह लिया. इस लोक नाट्य ने कौमी एकता का संदेश दिया. इसी प्रकार गोपेश्वर विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने अमित तिवारी की ओर से निर्देशित नुक्कड़ नाटक 'प्लेटफार्म नंबर 8' और 'जल ही जीवन है' का मंचन किया.

इससे पहले देर शाम को हंशा गेस्ट हाउस में उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ. इस समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष लक्ष्मण व्यास, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. नंद किशोर आचार्य तथा संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन थे. अतिथियों ने कला को सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि इसे व्यक्तित्व को समग्र रूप से निखारने का माध्यम बताया. वक्ताओं ने कहा कि बीकानेर में आयोजित हो रहे थिएटर फेस्टिवल से जन-जन को रंगमंच से जोड़ा जा सकेगा. उन्होंने बीकानेर की रंग परम्परा के बारे में बताया और इसकी दिशा व दशा पर अपने विचार रखें.

पढ़ें: 5 दिवसीय बीकानेर थियेटर फेस्टिवल का आज होगा आगाज, 500 रंगकर्मी लेंगे भाग

आयोजन समिति सदस्य हंसराज डागा ने पांच दिवसीय फेस्टिवल की रूपरेखा की जानकारी दी. इस दौरान अतिथियों ने श्रीवल्लभ पुरोहित की आर्ट गैलरी का उद्घाटन भी किया. फेस्टिवल के कार्यक्रमों की श्रृंखला में चार दिवसीय अभिनय कार्यशाला शनिवार को आयोजित की जाएगी. इस दौरान जोधपुर के वरिष्ठ रंगकर्मी अरुण व्यास और स्वाति व्यास 15 वर्ष से अधिक आयु के प्रशिक्षणार्थियों व दिल्ली के अमित तिवाड़ी 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों को रंगमंच की बारीकियां सिखाएंगे.

आज मंचित होंगे पांच नाटक- थिएटर फेस्टिवल के तहत शनिवार को 11.30 बजे निर्देशक सुधेश व्यास के नाटक ‘अंतर्नाद’ का मंचन हंशा गेस्ट हाउस में होगा. दोपहर 2 बजे जम्मू के रवीन्द्र शर्मा का ‘दोज़ख’ रेलवे ऑडिटोरियम में, शाम 4 बजे चंडीगढ़ के वरुण शर्मा के ‘गगन दमामा बाज्यो’ टाउन हॉल में, शाम 5 बजे दिल्ली के अरविंद सिंह का ‘रुदाली’ रवीन्द्र रंगमंच और मुंबई के फरीद अहमद का नाटक ‘चंदु की चाची’ का टीएम ऑडिटोरियम में मंचन होगा.

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