बीकानेर. नगर निगम की ओर से संचालित गौशाला में गायों की मौतों का क्रम थमने की नाम ही नहीं ले रहा है. बुधवार को 8 गायों की मौत के बाद गुरुवार को भी 8 और गायों की मौत हो गई. गायों की मौत की खबर ईटीवी भारत की ओर से दिखाए जाने के बाद निगम प्रशासन हरकत में आया.
नगर निगम आयुक्त प्रदीप और महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित गौशाला पहुंचीं और गौशाला की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वहीं गुरुवार को कांग्रेसी पार्षदों ने गौशाला पहुंचकर व्यवस्थाओं को लेकर रोष जताया. गौशाला में गायों की मौत होने के बाद मृत गायों को ले जाने के लिए आए ट्रैक्टर को पार्षदों ने ले जाने नहीं दिया और मृत गायों के पोस्टमार्टम की मांग रखी.
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पूर्व पार्षद आदर्श शर्मा ने ईटीवी भारत का आभार जताते हुए कहा कि इस मामले की खबर दिखाए जाने के बाद नगर निगम प्रशासन हरकत में आया है और गौशाला में गायों की सुध ली है. पूर्व पार्षद आदर्श शर्मा का कहना था कि नगर निगम प्रशासन की ओर से गौशाला के संचालन के लिए जिस ट्रस्ट के साथ एमओयू किया गया है, उस ट्रस्ट को करोड़ों का भुगतान करने के बाद भी हालात इस तरह के हैं. ऐसे में यह पूरा मामला भ्रष्टाचार का लग रहा है.
नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष और पार्षद जावेद परिवार का कहना है कि गाय के नाम पर राजनीति करने वाले भाजपा के लोग इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. जबकि, नगर निगम में भाजपा का ही बोर्ड है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार की बू आ रही है और गौवंश की किसी को कोई परवाह नहीं है और यहां गौशाला में किसी भी तरह से गायों के सर्दी से बचाव के लिए कोई भी उपाय नहीं किए गए हैं.