भीलवाड़ा. सुहागन महिलाओं ने घर की सुख शांति के लिए दशा माता की पूजा-अर्चना की. सुबह से ही सजी-धजी महिलाओं की लंबी कतार मंदिरों में देखने को मिली. महिलाओं ने पीपल के वृक्ष की परिक्रमा कर पीपल के वृक्ष पर मोली बांधी.
महिलाओं ने व्रत रखकर दशा माता की कथा का भी श्रवण किया. इस दिन महिलाएं जो सूती धागा पीपल के पेड़ पर बांधकर परिवार में खुशहाली की कामना करती हैं. वहीं धागे को महिलाएं गले में बांधकर सुख शांति की कामना करती है.पीपल की पूजा करने आई महिला वर्षा ने कहा कि हम दशा माता की पूजा परिवार में सुख शांति और समृद्धि के लिए करतीहैं.
इसको लेकर हम श्रृंगार के साथ ही पीपल की पूजा करके इनकी परिक्रमा करते हैं और हम कहानी सुनते हैं जिसको हम जीवन में भी उतारने की कोशिश करते हैं.महिलाओं ने कहा कि पति की लंबी उम्र घर में सुख शांति के लिए दशा माता की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि रानी दमयंती ने दशा माता का व्रत रखा था तब राजा ने उनका व्रत तोड़ दिया था उसके कारण उन्हें काफी कष्ट सहने पड़े थे. तभी से इस दिन दशा माता का पूजन व्रत किया जाता है. इस दिन महिलाएं दिन भर व्रत रखकर पूजा करती हैं.