भीलवाड़ा. प्रदेश में महिला अत्याचारों के खिलाफ राजस्थान सरकार और प्रशासन कई अभियान चला रहा है, लेकिन लाख प्रयासों के बावजूद महिला अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के मांडल थाना क्षेत्र में देखने को मिला. जहां एक विवाहिता को डायन होने का दंश उसी के परिजनों ने दिया है.
जानकारी के अनुसार, मांडल थाना क्षेत्र के एक गांव में पीड़िता को उसी के परिजनों ने डायन होने का दंश दे दिया. पीड़िता के साथ उसके जेठ-जेठानी और उनके बेटे ने मारपीट (Woman assaulted in the name of superstition in Bhilwara) की. पीड़िता पर आरोप लगाया गया कि वह डायन है. पति के साथ विवाहिता न्याय की गुहार लेकर पुलिस थाने के चक्कर लगाते रही. मगर पुलिस से आश्वासन के अलावा उसे कुछ नहीं मिला. पुलिस महात्मा गांधी चिकित्सालय में महिला को छोड़ कर वहां से चली गई. पीड़ित महिला पति संग महात्मा गांधी जिला चिकित्सालय परिसर के सखी सेंटर के बाहर रोती मिली.
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सखी केंद्र प्रबंधक सुशीला शर्मा ने पीड़ित विवाहिता को जिला चिकित्सालय भर्ती कराया. वहां उसका इलाज जारी है. सखी केंद्र प्रबंधक का कहना है कि विवाहिता को डायन बताकर प्रताड़ना देने और मारपीट का मामला सामने आया है. पुलिस अधीक्षक को सखी सेंटर की तरफ से रिपोर्ट दी जाएगी. पीड़िता ने अपना दुख बताते हुए कहा कि पिछले 1 साल से वह परिजनों के डायन कहने से ही परेशानी झेल रही है. हर बार उसे डायन बताकर गांव से बाहर निकलने के लिए कहा जाता है.