भीलवाड़ा. जिले के ग्रामीण क्षेत्र में धीरे-धीरे अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है. जहां पुराने गांव में पहले संकरी गलियां थीं. लेकिन वर्तमान में घर के बाहर पक्का (widening of roads in bhilwara) निर्माण करने के कारण अब गांव की गलियां भी संकरी होती जा रही है. लेकिन भीलवाड़ा जिला सरपंच संघ के अध्यक्ष और कालियास ग्राम पंचायत के सरपंच शक्ति सिंह ने अनूठी पहल की है. जहां कालियास गांव पहले छोटा गांव था अब धीरे-धीरे कस्बे में परिवर्तित होता जा रहा है. ऐसे में गांव की संकरी गलियों को चौड़ी करने के लिए अपने पुश्तैनी मकान जो पट्टा सुदा है उसका अगला हिस्सा तोड़कर इसकी शुरुआत कर रहे हैं.
जहां सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष शक्तिसिंह कालियास ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि मेरा गांव अब गांव नहीं रहा धीरे-धीरे जनसंख्या के आधार पर कस्बा बनता जा रहा है. पहले मेरा गांव छोटा गांव था. लेकिन अब धीरे-धीरे वाहनों का ट्रैफिक और अतिक्रमण भी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में मेन रोड पर वाहनों को गुजरने में काफी दिक्कत हो रही है. ऐसे में मेरे पुश्तैनी मकान जिसका मेरे पास पटा है उसके अगले हिस्से पर बेशकीमती ऑफिस बना हुआ है. उसको मैं तोड़कर गांव के संकड़े रास्ते को चौड़ा करने की शुरुआत कर रहा हूं.
मैं गांव वासियों से अपील करता हूं कि सभी अपने घर के बाहर बनी सीढ़ियां तोड़ें जिससे यह रास्ता चौड़ा हो सके. ग्राम वासियों की सुविधा को देखते हुए ही मैंने मेरे घर से इसकी शुरुआत की है. अगर मैं पुश्तैनी मकान के चक्कर में पडूंगा तो गांव की जनता को क्या संदेश दे पाऊंगा. इसलिए पहले मेरे पक्के निर्माण को तोड़ने के बाद रास्ते में जिनके भी मकान आ रहे हैं, उनको तोड़ा जाएगा. वहीं कालियास गांव के निवासी श्यामलाल वर्मा ने कहा कि गांव में मेन रोड से दो वाहनों को निकलने में काफी दिक्कत हो रही है. धीरे-धीरे अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है. लेकिन हमारे वर्तमान सरपंच शक्ति सिंह कालियास ने अनूठी पहल की है. उनके पुश्तैनी मकान का अगला हिस्सा तोड़ रहे हैं, जिससे अब रास्ता पूरे गांव में चौड़ा होने की मुझे उम्मीद है. अगर रास्था चौड़ा हो जाएगा तो एक्सीडेंट का भय भी नहीं रहेगा.