भीलवाड़ा. प्रदेश के राजस्व मंत्री और मांडल विधायक रामलाल जाट गुरुवार को भीलवाड़ा जिले के प्रवास पर रहे. उन्होंने जिला मुख्यालय पर गणतंत्र दिवस के समारोह में ध्वजारोहण किया. इसके बाद सर्किट हाउस में जनसुनवाई की. मंत्री रामलाल जाट ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पीएम के प्रस्तावित दौरे को लेकर कहा कि उनका दौरा धार्मिक होना चाहिए वोटों के लिए नहीं.
उन्होंने कहा कि हम पीएम का देवनारायण जन्म स्थली आने पर स्वागत करते हैं. अगर प्रधानमंत्री यहां कोरिडोर की घोषणा करेंगे तो देवनारायण जन्मस्थली का विश्व पटल पर महत्व और बढ़ेगा. किसानों के उत्थान के लिए हमारी सरकार अच्छा काम कर रही है. फिर भी किसानों के उत्थान को लेकर मैं अभी भी संतुष्ट नहीं हूं. किसानों के उत्थान के लिए केंद्र व राजस्थान सरकार को और कदम उठाने की जरूरत है.
किसान स्वयं करेंगे गिरदावरी : मंत्री रामलाल ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार जब से आई है, खास तौर पर राजस्थान की कमान जब मोहनलाल सुखाड़िया ने संभाली तभी से काफी बदलाव हुए हैं. वर्ष 2008 में यूपीए सरकार ने पहली बार डीआईएलआरएमपी (DILRMP) प्रोग्राम की शुरुआत की थी. इसी के माध्यम से अब सरकार किसानों को स्वयं गिरदावरी करने का अधिकार देना चाह रही है. बहुत जल्दी मुख्यमंत्री इसको लॉन्च करेंगे.
उन्होंने कहा कि शीतलहर के बाद ऑनलाइन गिरदावरी शुरू की गई है. इसमें पहले से काफी सुधार हुआ है. कांग्रेस के चिंतन शिविर के दौरान मुख्यमंत्री ने गिरदावरी करने के निर्देश दिए थे. हमारी सरकार किसानों को उन्नत बनाने के लिए कई नवाचार कर रही है. हमने किसानों के बिजली का बिल माफ किए, बीज निशुल्क दे रहे हैं. साथ ही किसान को बजट अलग दिया है. फिर भी किसानों के लिए मैं आज भी संतुष्ट नहीं हूं. यह पूरा सब्जेक्ट भारत सरकार व राजस्थान सरकार का मिलाजुला है. किसान की जीडीपी ग्रोथ रेट में एग्रीकल्चर की ग्रोथ रेट का बहुत बड़ा प्रभाव है.
कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान : मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पोस्टर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा की फोटो गायब है. भाजपा खुद जुड़ी हुई नहीं है. भाजपा में गिनती करें तो 1 से 5 तक में सिर्फ वसुंधरा ही हैं, लेकिन 10-11 मुख्यमंत्री बनकर घूम रहे हैं. भाजपा दूसरी पार्टी पर आरोप लगाने के बजाय खुद की पार्टी को देखें. जैसे घर-परिवार में छोटी-मोटी बात हो जाती है, मनमुटाव हो जाता है उसी तरह कांग्रेस परिवार भी हुआ है. लेकिन फिर भी कांग्रेस एकजुट है.
पीएम मोदी का दौरा : मालासेरी में भगवान देवनारायण की जन्म स्थली पर पीएम मोदी के प्रस्तावित दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देवनारायण भगवान की जन्म स्थली पर आ रहे हैं तो कुछ देकर ही जाएंगे. लेकिन यह यात्रा धार्मिक हो वोटों के लिए नहीं हो. मालासेरी के साथ ही सवाईभोज, भोजा पायरा व पालना के देवरा तक भगवान देवनारायण गुजरे हैं और अवतार लिया. हमें उम्मीद है कि अगर प्रधानमंत्री यहां कोरिडोर की घोषणा करके इन धार्मिक स्थल को जोड़ेंगे तो देवनारायण जन्म स्थली की पहचान विश्व पटल पर और बढ़ेगी.