भीलवाड़ा. राजस्थान विधानसभा में 3 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. भीलवाड़ा के सहाड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस ने गायत्री देवी को मैदान में उतारा है. बता दें, गायत्री देवी दिवंगत विधायक कैलाश त्रिवेदी की पत्नी हैं.
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गायत्री देवी रह चुकी हैं रायपुर की प्रधान
दिवंगत विधायक कैलाश त्रिवेदी की पत्नी गायत्री देवी सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र के रायपुर पंचायत समिति की प्रधान रह चुकी हैं. गायत्री देवी वर्ष 2001 से 2005 में कांग्रेस से पंचायत समिति सदस्य के रूप में विजय होकर प्रधान बनी थीं.
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बता दें, कांग्रेस आलाकमान ने दिवंगत विधायक कैलाश त्रिवेदी की पत्नी गायत्री देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है. कैलाश त्रिवेदी सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे थे. इस उपचुनाव में कांग्रेस की गायत्री देवी और भाजपा के डॉ. रतन लाल जाट के बीच मुकाबला होगा.
गायत्री देवी 30 मार्च को 12:15 बजे नामांकन दाखिल करेगी. नामांकन के बाद सहाड़ा विधानसभा के गंगापुर में विशाल जनसभा का आयोजन होगा, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा शामिल होंगे. वहीं, संभावना जताई जा रही है कि इस जनसभा में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मौजूद रहेंगे.
सहाड़ा का राजनीतिक समीकरण
- सहाड़ा विधानसभा में विधानसभा चुनाव पहली बार 1952 में हुआ, जहां एचएमएस के शंभू सिंह विधायक चुने गये.
- साल 1962 में कांग्रेस के देवेंद्र कुमार, साल 1967 और 1972 में कांग्रेस के जवाहरमल विधायक बने. साल 1977 में जनता पार्टी से रामचंद्र चौधरी चुनाव जीते.
- साल 1980 और 1985 में कांग्रेस से रामपाल उपाध्याय विधायक बने, साल 1990 में कांग्रेस के रामपाल उपाध्याय को हराकर रतन लाल जाट जनता दल से विधायक बने.
- साल 1993 में रामपाल उपाध्याय ने रतनलाल जाट को हराया और तीसरी बार विधायक बन. साल 1998 में रतन लाल जाट बीजेपी के टिकट पर जीतकर विधायक बने.
- साल 2003 में कैलाश त्रिवेदी को कांग्रेस से टिकट मिला और वह विधायक चुने गए. साल 2008 में भी कैलाश त्रिवेदी दूसरी बार विधायक बने.
- साल 2013 में रतन लाल जाट के छोटे भाई डॉक्टर बालू राम चौधरी ने कैलाश त्रिवेदी को हराया. वहीं साल 2018 में बीजेपी की ओर से रूप लाल जाट को हराकर कैलाश त्रिवेदी तीसरी बार विधायक बने.