भीलवाड़ा. गुवारडी नाले के पास हुई एक सप्ताह पहले अधेड़ की हत्या का खुलासा किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. बता दें कि मंगरोप थाना पुलिस ने इस हत्या का सूत्रधार स्वयं मृत अधेड़ को ही माना है. पुलिस अधीक्षक हरेंद्र महावर ने इस हत्या का खुलासा करते हुए इसको अंजाम देने वाले 2 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. वहीं मृतक 50 लाख रुपए एक्सीडेंटल बीमा पास करवाने के लिए खुद की हत्या की साजिश रची थी.
गौरतलब है कि 3 सितंबर की सुबह मंगरोप थाना अंतर्गत गुवारडी नाले के पास एक अधेड़ का हाथ, पैर और मुंह पर प्लास्टिक की थैली से बांधा हुआ एक शव मिला था. जिसकी पहचान पुराना बापू नगर निवासी बलवीर सिंह खारोल के रूप में हुई थी. पुलिस अधीक्षक महावर ने कहा कि हत्या की आशंका होने के कारण हमने एक टीम का गठन किया, जिसने कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो आरोपियों उत्तर प्रदेश निवासी सुनील यादव और राजवीर नायक को गिरफ्तार कर लिया.
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पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनसे पूछताछ में सामने आया कि बलवीर रुपए उधार देने का कार्य भी करता था और उसने मार्केट से 20 लाख रुपए लेकर लोगों को उधार दे रखे थे. लेकिन पिछले कुछ महीनों से लोगों ने उसे ब्याज और मूल रकम नहीं दे रहे थे, जिसके कारण वह काफी परेशान रहने लगा और इसके चलते उसने अपनी ही हत्या की साजिश रची थी. महावर ने बताया कि इससे पूर्व बलवीर ने अपना 50 लाख रुपए का एक्सीडेंट बीमा करवाया और उसकी पहली किस्त 8 हजार 432 रुपए भी जमा करवाई थी.
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महावर ने बताया कि बीमा के पहले किस्त की रुपए जमा करने के बाद उसने सुनील और राजवीर से मिलकर अपनी हत्या का प्लान बनाया, जिसके लिए उसने दोनों आरोपियों को तयशुदा राशि 80 हजार में से 5 हजार नकद और 5 हजार बैंक खाते में डलवाए थे. इसके बाद तीनों गुवारडी नाले पहुंचे जहां दोनों आरोपियों ने बलवीर के हाथ पैर बांधकर गले में फांसी फंदा लगाकर उसकी हत्या कर दी थी.