भीलवाड़ा. जिले में पिछले एक सप्ताह से पुलिस अधीक्षक की खाली कुर्सी पर राजनीति गरमाने लगी है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी हमलावर मोड में आ गई है. भाजपा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी ने अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस में गुटबाजी के आरोप लगाए हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुलिस अधीक्षक का पद खाली रहने के दौरान कोई अप्रिय घटना होती है, तो उसकी जिम्मेदार सरकार होगी.
अवस्थी ने कहा कि राज्य सरकार ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा का ट्रांसफर अजमेर कर एसपी का कार्यभार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शाहपुरा के एएसपी चंचल मिश्रा को सौंप दिया था. पुलिस अधीक्षक के ट्रांसफर को 7 दिन हो गए लेकिन अब तक सरकार ने किसी को भी नहीं लगाया है. शायद सरकार जिलों को बिना पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर के कैसे चलाया जा सकता है? इसका प्रयोग कर रही है. सरकार में आपसी खींचतान की वजह से ही एसपी को यहां से हटाया गया है. सरकार अपने आपको बचाने में इतनी व्यस्त है कि वह आमजन की सुरक्षा के लिए भी नहीं सोच रही है.
पढ़ें: भीलवाड़ा में मोबाइल लूट और वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश, 2 आरोपी पुलिस के चढ़े हत्थे
अभी त्योहारों का सीजन है और बजरी माफियाओं का भी आतंक है. ऐसे में अगर कोई अप्रिय घटना होती है, तो उसकी जिम्मेदार सरकार होगी. बता दें कि 11 अक्टूबर को पुर और मंगरोप थाना प्रभारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रद्युमन सिंह ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना दे रखा था. इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए शर्मा ने दोनों थाना प्रभारियों को हटाकर एसआईटी में लगा दिया था. इसके 8 घंटे बाद ही पुलिस अधीक्षक के ट्रांसफर ऑर्डर आ गए थे. यह भी चर्चा का विषय बना था कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने भीलवाड़ा के इतिहास में पहली बार एक साथ 700 जवानों का भी ट्रांसफर किया था.