भीलवाड़ा. भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुई भीलवाड़ा नगर परिषद सभापति ललिता समदानी के खिलाफ 18 नवंबर को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिसको लेकर गुरुवार को भीलवाड़ा नगर परिषद सभागार में मतदान हुआ. जहां कुल 55 पार्षद, एक सांसद और एक विधायक में से कुल 45 सदस्यों ने मतदान किया और 45 ही सदस्यों ने सभापति के खिलाफ मतदान करते हुए अविश्वास प्रस्ताव पारित किया.
शहर के भाजपा पार्षद और निर्दलीय पार्षदों को मिलाकर कुल 45 सदस्यों ने मतदान किया, जो सभी सभापति के खिलाफ था. इसलिए शहर में अविश्वास प्रस्ताव सभापति के खिलाफ पास हो गया. अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद शहर भाजपा में खुशी की लहर दौड़ गई. काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता परिषद परिसर में पहुंच गए और नारे लगाने लगे.
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भीलवाड़ा शहर से भाजपा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी का भाजपा कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया. इस दौरान भाजपा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी ने कहा कि भीलवाड़ा शहर में भ्रष्टाचार और सारी व्यवस्थाओं के कारण आज सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया है.
उन्होंने कहा कि यह सभापति कांग्रेस की सभापति है और कांग्रेस के कुछ नेताओं की ओर से अघोषित रूप से सभापति की सीट पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे इस शहर की दुर्दशा देख भाजपा और निर्दलीय पार्षदों ने जो पहल की है उनके लिए मैं सभी को बधाई देता हूं.