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खबर का असर: सालों से बंद पड़ी कंपोस्ट प्लांट की हुई शुरूआत - भीलवाड़ा में खबर का असर

भीलवाड़ा में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. आइए जानते हैं कि आखिर कैसे सालों से बंद पड़ी कंपोस्ट प्लांट की शुरूआत हुई...

भीलवाड़ा कंपोस्ट प्लांट समाचार, Bhilwara compost plant news
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Published : Aug 21, 2019, 12:26 PM IST

भीलवाड़ा. शहर के सांगानेर कस्बे के पास स्थित कंपोस्ट प्लांट सालों से धुल चाट रही थी. जो करोड़ों रुपए की लागत से बनवाई गई थी. ऐसे में ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रसारित किया. खबर प्रसारित होने के बाद भीलवाड़ा नगर परिषद हरकत में आया और निजी कंपनी को टेंडर देकर कंपोस्ट प्लांट की नई मशीन लगवा दी. अब मशीन से खाद बनना शुरू हो गया है.

सालों से बंद कंपोस्ट प्लांट की हुई शुरूआत

क्षेत्र के सभी वार्ड से नगर परिषद द्वारा कचरा संग्रहण कर शहर के पास ही स्थित सांगानेर कस्बे में कचरे का भंडारण किया जाता है. इस भंडारण में नगर परिषद द्वारा साल 2008 में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने कंपोस्ट प्लांट से खाद बनाने के प्लांट की शुरूआत की थी. लेकिन 2008 में कंपोस्ट प्लांट लगने के बाद महज दो माह में प्लांट बन्द हो गया. परिषद की उदासीनता के चलते 175 लाख की लागत से 10 हजार स्क्वायर फुट क्षेत्रफल में फैला प्लांट बन्द हो गया था.

पढ़ेंः हाई अलर्ट के बीच सिरोही में संदिग्ध व्यक्ति का वीडियो वायरल, जांच में जुटी पुलिस

जब इसकी खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई तो भीलवाड़ा नगर परिषद हरकत में आ गया. परिषद ने निजी कंपनी को ठेका देकर दोबारा नया कंपोस्ट प्लांट लगवाया. यहां वर्तमान में भीलवाड़ा नगर परिषद के सभी वार्ड से ऑटो टिपर के जरिए कचरा संग्रहण कर वेस्ट कचरा खाली किया जाता है. साथ ही खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू होती है.

पढ़ेंः आतंकी हमले को लेकर पुलिस की बड़ी लापरवाही... दो दिन देरी से किया हाई अलर्ट

कंपोस्ट प्लांट में नगर परिषद के कर्मचारी टीकम चन्द ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि वर्ष शहर के कचरे से खाद बनाने की इस प्लांट में शुरुआत साल 2008 में हुई थी. महज एक माह चलने के बाद यह बंद हो गया था. जब ईटीवी भारत ने इसकी खबर को प्रमुखता से दिखाया तो उसके परिषद हरकत में आया. ऐसे में अब देखना यह होगा कि प्रारंभिक तौर पर कचरे से खाद निकलने की प्रक्रिया तो शुरू हो गई है. लेकिन राजनेता कब इस कंपोस्ट प्लांट का लोकार्पण करते हैं. प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर में कचरा एकत्रित होता है. उससे खाद बन कर किसानों को वाजिब दामों पर उपलब्ध हो सके.

भीलवाड़ा. शहर के सांगानेर कस्बे के पास स्थित कंपोस्ट प्लांट सालों से धुल चाट रही थी. जो करोड़ों रुपए की लागत से बनवाई गई थी. ऐसे में ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रसारित किया. खबर प्रसारित होने के बाद भीलवाड़ा नगर परिषद हरकत में आया और निजी कंपनी को टेंडर देकर कंपोस्ट प्लांट की नई मशीन लगवा दी. अब मशीन से खाद बनना शुरू हो गया है.

सालों से बंद कंपोस्ट प्लांट की हुई शुरूआत

क्षेत्र के सभी वार्ड से नगर परिषद द्वारा कचरा संग्रहण कर शहर के पास ही स्थित सांगानेर कस्बे में कचरे का भंडारण किया जाता है. इस भंडारण में नगर परिषद द्वारा साल 2008 में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने कंपोस्ट प्लांट से खाद बनाने के प्लांट की शुरूआत की थी. लेकिन 2008 में कंपोस्ट प्लांट लगने के बाद महज दो माह में प्लांट बन्द हो गया. परिषद की उदासीनता के चलते 175 लाख की लागत से 10 हजार स्क्वायर फुट क्षेत्रफल में फैला प्लांट बन्द हो गया था.

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जब इसकी खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई तो भीलवाड़ा नगर परिषद हरकत में आ गया. परिषद ने निजी कंपनी को ठेका देकर दोबारा नया कंपोस्ट प्लांट लगवाया. यहां वर्तमान में भीलवाड़ा नगर परिषद के सभी वार्ड से ऑटो टिपर के जरिए कचरा संग्रहण कर वेस्ट कचरा खाली किया जाता है. साथ ही खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू होती है.

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कंपोस्ट प्लांट में नगर परिषद के कर्मचारी टीकम चन्द ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि वर्ष शहर के कचरे से खाद बनाने की इस प्लांट में शुरुआत साल 2008 में हुई थी. महज एक माह चलने के बाद यह बंद हो गया था. जब ईटीवी भारत ने इसकी खबर को प्रमुखता से दिखाया तो उसके परिषद हरकत में आया. ऐसे में अब देखना यह होगा कि प्रारंभिक तौर पर कचरे से खाद निकलने की प्रक्रिया तो शुरू हो गई है. लेकिन राजनेता कब इस कंपोस्ट प्लांट का लोकार्पण करते हैं. प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर में कचरा एकत्रित होता है. उससे खाद बन कर किसानों को वाजिब दामों पर उपलब्ध हो सके.

Intro:भीलवाड़ा - भीलवाड़ा शहर के सांगानेर कस्बे के पास स्थित कंपोस्ट प्लांट वर्षों से धुल जाट रहा था। करोड़ों रुपए की लागत का कंपोस्ट प्लांट वर्षों से बंद था जिसकी खबर ईटीवी भारत में प्रमुखता से प्रसारित करने के बाद भीलवाड़ा नगर परिषद हरकत में आ गया और निजी कंपनी को टेंडर देकर कंपोस्ट प्लांट की नई मशीन लगवाई अब मशीन से खाद बनना शुरू हो गया है।


Body:भीलवाड़ा क्षेत्र के सभी वार्ड से नगर परिषद द्वारा कचरा संग्रहण कर शहर के पास ही स्थित सांगानेर कस्बे में कचरे का भंडारण किया जाता है । इस भंडारण में नगर परिषद द्वारा वर्ष 2008 में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने कंपोस्ट प्लांट से खाद बनने के प्लांट की शुरुआत की थी। लेकिन वर्ष 2008 में कंपोस्ट प्लांट लगने के बाद महज दो माह मे कम्पोस्ट प्लांट बन्द हो गया।नगरपरिषद की उदासीनता के चलते 175 लाख की लागत से 10000 स्क्वायर फुट क्षेत्रफल में फैला कम्पोस्ट प्लांट बन्द था । जिसकी खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाने के बाद में भीलवाड़ा नगर परिषद हरकत में आया और नगर परिषद ने निजी कंपनी को ठेका देकर पुन नया कंपोस्ट प्लांट लगवाया । जहा वर्तमान में भीलवाड़ा नगर परिषद के सभी वार्ड से ऑटो टिपर के जरिए कचरा संग्रहण कर यहां वेस्ट कचरा खाली किया जाता है और खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है ।

कंपोस्ट प्लांट में नगर परिषद के कर्मचारी टीकम चन्द ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि वर्ष 2008 में शहर के कचरे से खाद बनाने की इस प्लाट मे शुरुआत हुई थी । महज एक माह चलने के बाद यह कंपोस्ट प्लांट वर्षों से बंद था । जब ईटीवी भारत ने इसकी खबर को प्रमुखता से दिखाया उसके बाद में भीलवाड़ा नगर परिषद हरकत मे आया व निजी कंपनी को ठेका देकर नया कंपोस्ट प्लांट के लिए मशीनें लगाई। वर्तमान में यहां से कचरे से खाद बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई।

अब देखना यह होगा प्रारंभिक तौर पर कचरे से खाद निकलने की प्रक्रिया तो शुरू हो गई है लेकिन राजनेता कब इस कंपोस्ट प्लांट का लोकार्पण करते हैं जिससे जो प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर में कचरा एकत्रित होता है उससे खाद बन कर किसानों को वाजिब रेट पर उपलब्ध हो सके ।

सोमदत्त त्रिपाठी ईटीवी भारत भीलवाड़ा

बाईट- टीकमचन्द , नगरपरिषद , कर्मचारी , भीलवाड़ा

पीटीसी- सोमदत्त त्रिपाठी


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