भीलवाड़ा. शहर के सांगानेर कस्बे के पास स्थित कंपोस्ट प्लांट सालों से धुल चाट रही थी. जो करोड़ों रुपए की लागत से बनवाई गई थी. ऐसे में ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रसारित किया. खबर प्रसारित होने के बाद भीलवाड़ा नगर परिषद हरकत में आया और निजी कंपनी को टेंडर देकर कंपोस्ट प्लांट की नई मशीन लगवा दी. अब मशीन से खाद बनना शुरू हो गया है.
क्षेत्र के सभी वार्ड से नगर परिषद द्वारा कचरा संग्रहण कर शहर के पास ही स्थित सांगानेर कस्बे में कचरे का भंडारण किया जाता है. इस भंडारण में नगर परिषद द्वारा साल 2008 में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने कंपोस्ट प्लांट से खाद बनाने के प्लांट की शुरूआत की थी. लेकिन 2008 में कंपोस्ट प्लांट लगने के बाद महज दो माह में प्लांट बन्द हो गया. परिषद की उदासीनता के चलते 175 लाख की लागत से 10 हजार स्क्वायर फुट क्षेत्रफल में फैला प्लांट बन्द हो गया था.
पढ़ेंः हाई अलर्ट के बीच सिरोही में संदिग्ध व्यक्ति का वीडियो वायरल, जांच में जुटी पुलिस
जब इसकी खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाई तो भीलवाड़ा नगर परिषद हरकत में आ गया. परिषद ने निजी कंपनी को ठेका देकर दोबारा नया कंपोस्ट प्लांट लगवाया. यहां वर्तमान में भीलवाड़ा नगर परिषद के सभी वार्ड से ऑटो टिपर के जरिए कचरा संग्रहण कर वेस्ट कचरा खाली किया जाता है. साथ ही खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू होती है.
पढ़ेंः आतंकी हमले को लेकर पुलिस की बड़ी लापरवाही... दो दिन देरी से किया हाई अलर्ट
कंपोस्ट प्लांट में नगर परिषद के कर्मचारी टीकम चन्द ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि वर्ष शहर के कचरे से खाद बनाने की इस प्लांट में शुरुआत साल 2008 में हुई थी. महज एक माह चलने के बाद यह बंद हो गया था. जब ईटीवी भारत ने इसकी खबर को प्रमुखता से दिखाया तो उसके परिषद हरकत में आया. ऐसे में अब देखना यह होगा कि प्रारंभिक तौर पर कचरे से खाद निकलने की प्रक्रिया तो शुरू हो गई है. लेकिन राजनेता कब इस कंपोस्ट प्लांट का लोकार्पण करते हैं. प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर में कचरा एकत्रित होता है. उससे खाद बन कर किसानों को वाजिब दामों पर उपलब्ध हो सके.