भीलवाड़ा. जिले में इस बार मानसून की अच्छी बरसात होने के कारण रबी की फसल की बुवाई करीब-करीब हो चुकी है. जिले में सबसे ज्यादा गेहूं और जौ की फसल की बुवाई हुई है. वहीं उससे कम चने की फसल की बुआई हुई है.
कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में 45 हजार हैक्टेयर भूमि में चने की फसल की बुआई हुई है. हाल ही के दिनों में मावठ में कोहरे के कारण खेतों में फसलें अच्छी दिखने लगी है. जहां इस बार किसानों को अच्छी उपज होने की उम्मीद है.
भीलवाड़ा कृषि विभाग के निदेशक डॉ. रामपाल खटीक ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि इस बार बरसात अच्छी होने के कारण खेतों में नमी थी. इसलिए जिले में 45 हजार हैक्टेयर भूमि में चने की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है, जो लक्ष्य हमने पूरा कर लिया है.
ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा जिले के आसींद विधानसभा क्षेत्र के तसवारिया गांव पहुंची, जहां किसान बालूराम गुर्जर ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि इस बार खरीब की फसल के रूप में मूंग, उड़द, मक्का और कपास की फसल में ज्यादा बरसात होने के कारण ना के बराबर उपज हुई है. लेकिन, अब रबी की फसल के रूप में गेहूं, जो, तारामीरा ,सरसों और चने की फसल बो रखी है. इस बार चने की फसल हाल के दिनों में बरसात होने के कारण अच्छी दिख रही है और उन्हें भी भगवान से उम्मीद है कि इस बार अच्छी पैदावार मिलेगी.