भीलवाड़ा. आशा सहयोगिन कर्मचारी संघ भीलवाड़ा के बैनर तले आशा सहयोगिनियों ने महिला एवं बाल विकास कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान उन्होंने महिला एवं बाल विकास अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप भी लगाया.
वहीं, प्रदर्शन के बाद आशा सहयोगिनियों ने उपनिदेशक को ज्ञापन सौंपा. आशा सहयोगिनी कर्मचारियों ने चेतावनी भी दी कि यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले समय में समस्त आशा सहयोगिनियों की ओर से कार्य बहिष्कार किया जाएगा.
प्रदेश अध्यक्ष सुशीला जोशी ने कहा कि आशा सहयोगिनी कर्मचारियों ने घर घर जाकर कोविड-19 सर्वे किया. सर्वे के दौरान आशा सहयोगिनी को समुदाय विशेष के लोग आए दिन परेशान करते हैं और कहते हैं जबरदस्ती हमें कोरोना पीड़ित बताकर हॉस्पिटल में भर्ती कराना चाहती है. इस प्रकार समुदाय विशेष के लोग कोरोना सर्वे संबंधित जानकारी नहीं देते हैं. उल्टा आशा सहयोगिनी के साथ अभद्रता का व्यवहार किया जाता है.
वहीं, 22 मार्च 2020 से आशा सहयोगिनी को जून 2020 तक 1 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि मिली कॉविड 19 के सर्वे के दिए जा रहे थे. अब जुलाई और अगस्त की राशि नहीं दी गई. वहीं, आशा सहयोगिनी 1 सितंबर 2020 को हर डिस्पेंसरी पर डॉ. और सीएमएचओ को ज्ञापन दिया गया. जिसमें बताया गया कि वे कोरोना का सर्वे तब करेगी, जब उन्हें कोविड-19 की राशि मिलेगी.
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आशा सहयोगिनी को स्वास्थ्य विभाग से हर कार्य करने की राशि दी जाती है. महिला एवं बाल विकास सीडीपीओ एलएस यासमीन पठान और गंगा खिची आशा सहयोगिनी को अधिकारियों की ओर से मानदेय और नौकरी से निकालने की धमकी दी जा रही है. हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले समय में समस्त आशा सहयोगिनी की ओर से कार्य बहिष्कार किया जाएगा.