भीलवाड़ा: अब गांवों में भी शहरों के जैसे पार्क बनने लगे हैं. भीलवाड़ा जिले के गोवर्धनपुरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एक पार्क (City like park developed in village of Bhilwara) बनाया गया है. इस पार्क की खास बात यह है कि इसमें किसानों का इतिहास दिखाया गया है. पार्क में स्थित कुएं में चडस व किसान की मेहनत और कार्यशैली को स्वरूप दर्शाया गया है. जिससे वर्तमान व भविष्य की पीढ़ी को पुराणिक संस्कृति याद रह सके, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
भारत की आधी से ज्यादा आबादी ग्रामीण क्षेत्र में निवास करती है. यहां ग्रामीण इलाकों के कई ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने आज तक शहर नहीं देखा है. उन ग्रामीणों को शहरी कल्चर के बारे में कोई जानकारी नहीं है. जिसको ध्यान में रखते हुए भीलवाड़ा जिले के करेड़ा पंचायत समिति के गोवर्धनपुरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पार्क डवलप किया है. यह पार्क शहर और महानगरों के पार्क को भी पीछे छोड़ रहा है. इस पार्क में तरह-तरह के पौधे लगाए गए हैं. यहां तक की कैलाश पर्वत जैसे कृत्रिम पर्वत बनाकर भगवान शंकर की मूर्ति स्थापित की गई है, जहां दिन-रात झरना बहता रहता है.
साथ ही पार्क के बीच में कुंआ बनाया गया है. कुंआ बनाने के मकसद किसानों की मेहनत को दर्शाना है कि किस तरह से पौराणिक काल में किसान कुएं से पानी निकाल कर लाते थे. कुएं में चडस और भुण दर्शाया गया है. जिसे देखकर हर कोई अपनी पौराणिक परंपरा को याद कर रहा है. दूसरे राज्य में व्यापार करने वाले जब अपने पैतृक गांव पहुंचते हैं तो इस तरह सुकून भरी जिंदगी के लिए वह गांव में घूमते हैं.
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गुजरात निवासी सुरेखा ने कहा कि वह इस पार्क में घूमने आई है. उसने कहा कि गुजरात के पार्कों से भी बेहतर पार्क बनाया है. गोवर्धनपुरा उसका पैतृक गांव है. उनका मानना है कि प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय सहित छोटे-छोटे गांव में भी ऐसे पार्क बनाने चाहिए ताकि लोग घूम सकें. प्रवीण गन्ना ने कहा कि वह गोवर्धनपुरा गांव के पास कटार गांव का निवासी है. वह यहां से गुजर रहा था तो उसकी नजर पार्क पर पड़ी और वह पार्क में घूमने आ गया. उसने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर ऐसे पार्क होने चाहिए. वह गुजरात में व्यवसाय करता है. जहां वह दिनभर व्यापार करने के बाद शाम व सुबह पार्क में घूमने जाता है. पार्क में भगवान शंकर का मंदिर व एक कुआं है.
करेड़ा पंचायत समिति के उपप्रधान सुखलाल गुर्जर ने कहा कि यह मेरा पैतृक गांव है. यहां गोवर्धनपुरा ग्राम पंचायत की सरपंच मेरी माता है. मैंने मन में ठाना कि क्षेत्र में अच्छा पार्क बनना चाहिए. इसलिए सबसे पहले शुरुआत यहां से की है. ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पार्क बनाया है. इस पार्क में भगवान शंकर की मूर्ति स्थापित की है और नेचुरल चडस ओर लकड़ी का भुण कुएं से पानी खीचने के लिए लगाए हैं. जिससे वर्तमान पीढ़ी को ध्यान रहे कि किस तरह हमारे पूर्वज जीवन-यापन करने के लिए कितना संघर्ष करते थे.