भीलवाड़ा. कोरोना के कारण प्रभु यीशु के जन्म दिवस भीलवाड़ा जिले में सादगी से मनाया गया. इस अवसर पर ईसाई समुदाय के लोगों ने शहर के कृषि उपज मंडी स्थित सेंट्रल मेथाडिस्ट गिरजाघर में जाकर प्रभु यीशु से प्रार्थना की. जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस जैसे बीमारी से लोगों राहत प्रदान करने की भी प्रार्थना की गई.
क्रिश्चियन समाज के अध्यक्ष गुडविन मसीह ने कहा कि प्रार्थना सभा में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाई गई. वहीं इसी के साथ प्रार्थना सभा में बच्चों और बुजुर्गों का प्रवेश पर रोक लगा दी गई. जिनके लिए ऑनलाइन वर्चुअल प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया. वहीं दूसरी ओर क्रिश्चियन समाज की किशोरी संस्कृति ने कहा कि क्रिसमस डे को लेकर हर युवा को इस पर्व का पूरे साल भर बेसब्री से इंतजार रहता है मगर इस बार कोविड-19 के कारण जो खुशी हमें हर साल होती थी, इस साल वह खुशी नहीं हुई है.
डूंगरपुर में मनाया गया क्रिसमस
क्रिसमस पर्व डूंगरपुर जिले में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर जिले भर के गिरिजाघरों में प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया और मानव सेवा का भी संदेश दिया.
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क्रिसमस पर्व पर डूंगरपुर शहर सहित जिले में विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया. जिला मुख्यालय पर स्थित मित्र निवास गिरिजाघर में क्रिसमस पर्व पर सामूहिक विशेष प्रार्थना सभा की गई. जिलेभर से आए ईसाई अनुयायियों ने भाग लेते हुए प्रभू यीशू को याद किया ओर देशभर में खुशहाली की मंगल कामनाएं की गई.
उदयपुर में कोरोना से मुक्ति की कामना
उदयपुर के प्राचीन चर्च शेफर्ड मेमोरियल क्रिसमिस डे मनाया गया. चर्च के फादर इनामुल डामोर ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण इस बार क्रिसमस डे प्रभावित हुआ है क्योंकि इसमें बच्चे बुजुर्ग शामिल नहीं हो पाए. कोविड-19 प्रकोप को देखते हुए इस बार चरणबद्ध तरीके से लोगों को प्रवेश करने की अनुमति दी गई है और अलग-अलग बेंच बनाकर प्रार्थना की जा रही है.