भीलवाड़ा. जिले में पिछले पांच दिनों से कोहरा और ठंड का प्रकोप जारी है. ऐसे में किसानों को भी रबी की फसल में पाला पड़ने की चिंता सता रही है. भीलवाड़ा कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर इंद्र सिंह संचेती ने कहा कि कोहरे से रबी की फसलों को फायदा है, लेकिन फसलों में शीतलहर से पाला पड़ने की भी संभावना है. उन्होंने फसलों को पाले से बचाने के लिए अपने अनुभव साझा किए.
बता दें कि जिले में पिछले 5 दिनों से लगातार कोहरा व शीतलहर का प्रकोप बढ़ रहा है, जहां तापमान 5 से 7 डिग्री के करीब है. ऐसे में किसानों की ओर से बोई गई रबी की फसल के रूप में गेहू, जौ, तारामीरा, सरसों, जीरा और चना के साथ ही सब्जियों की फसल में भी पाला पड़ने की किसानों को चिंता सता रही है. किसानों की ओर से बारानी क्षेत्र में बोई गई तारामीरा और सरसों की फसलों में फायदा जरूर है, लेकिन सब्जियों की फसलों में डर है. ऐसे में भीलवाड़ा कृषि विभाग के सयुक्त निर्देशक इंद्र सिंह संचेती ने अपनी फसलों को पाले से बचाने के लिए किसानों को कुछ निर्देश बताएं हैं.
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ये करें उपाय : उन्होंने कहा कि पिछले 5 दिनों से कोहरा पड़ रहा है, जिससे फसलों को फायदा तो होगा लेकिन तापक्रम घटना फसलों के लिए घातक है. ऐसी स्थिति में किसानों को अपनी रबी की फसल को बचाने के लिए उपाय करने चाहिए. किसानों को खेत की मेड़ पर धुआं करना चाहिए. वहीं, अगर किसान के पास भूमिगत जल स्त्रोत से पानी उपलब्ध है तो सिंचाई भी करनी चाहिए. वहीं, पॉइंट 1 फीसदी सल्फ्यूरिक एसिड का छिड़काव कर फसलों को पाले से बचाया जा सकता है. अगर शीतलहर से पाला पड़ता है तो फसलों से सब्जियों, चना व जीरे की फसल में भारी नुकसान हो सकता है.