भीलवाड़ा. जिले के विद्यालयों में बालिका उत्पीड़न और बाल यौनाचार की घटनाओं की रोकथाम के लिए जिला कलेक्टर आशीष मोदी सख्त हो गए हैं. इस संबंध में शुक्रवार को कलेक्टर ने एक आदेश जारी किया. जिसमें जिले के सभी सरकारी व निजी विद्यालयों को तीन दिनों के भीतर स्कूल में शिकायत पेटी लगाने को कहा गया. वहीं, शिकायत पेटी का नाम 'गरिमा पेटी' रखा गया है, जिसमें बच्चियां अपनी शिकायत लिखकर डालेंगी.
दरअसल, यह कदम स्कूलों में अध्यनरत बच्चियों को पेश आने वाली समस्याओं को देखते हुए उठाया गया है, ताकि बिना घबराहट के वो अपनी समस्याओं को बता सके और समय रहते समस्याओं का निराकरण किया जा सके. कई बार बच्चियां उनके साथ हो रहे दुराचार के संबंध में अपने अभिभावकों, परिजनों, सहपाठियों और शिक्षकों को बताने में हिचक महसूस करती हैं. इन्हीं सभी बिन्दुओं को देखते हुए कलेक्टर ने समस्याओं के स्थायी निराकरण की दिशा में ये नवाचार किया है.
इसे भी पढ़ें - भीलवाड़ा: कलेक्टर ने DMFT के तहत ली अधिकारियों की बैठक, दिए निर्देश
वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जिला कलेक्टर अशीष मोदी ने कहा कि पिछली घटनाओं से सीख लेते हुए भविष्य में वैसे घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए स्कूलों में 'गरिमा पेटी' लगाने के आदेश दिए गए हैं. इस पेटी में बच्चियां अपने मन की बात, शिकायत या फिर उन्हें पेश आने वाली परेशान के बारे में लिखकर डाल सकती है. बच्चियों की पहचान गुप्त रखी जाएगी और गरिमा पेटी को संस्था प्रधान, महिला टीचर और पीईओ की मौजूदगी मे खोला जाएगा. ऐसे में अगर कोई गंभीर शिकायत आई तो फिर उससे बीट कांस्टेबल को अवगत कराया जाएगा. कलेक्टर ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि जिले में अध्यनरत बेटियां पूरी तरह से निर्भीक होकर पढ़ाई करें.