ETV Bharat / state

खाप का फरमान : जमीन देने से किया इनकार तो 80 साल की बुजुर्ग महिला को समाज से किया बेदखल

भीलवाड़ा जिले में कारोई पंचायत के करोई खेड़ा गांव की रहने वाली बुजुर्ग महिला के बेटे और पति की मौत के बाद समाज के दबंगों ने उसकी जायदाद हड़पने के लिए उसे खाप पंचायत के माध्‍यम से समाज से बेदखल कर दिया. कुमावत समाज से ब‍हिष्‍कृत होने के बाद वृद्धा ने अपनी बेटियों के यहां शरण ली तो खाप पंचायत ने उनकों भी समाज से बाहर करने का फरमान जारी कर दिया.

rajasthan bhilwara news
महिला ने भगवान से मांगी मौत
author img

By

Published : Aug 3, 2021, 8:35 PM IST

भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा में खाप पंचायत के फरमान से परेशान एक विधवा ने पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है. बिते 11 दिनों से अपने घर को छोड़कर बेटी के यहां रहने को मजबूर 80 साल की बुजुर्ग महिला भगवान से अपनी मौत मांग रही है.

वृद्ध महिला झमकू देवी ने कहा कि 4 साल पहले मेरे पति की मौत हो गई और मेरे बेटे की बचपन में ही मौत हो गई. जिसके बाद से ही मेरे रिश्तेदार मेरी जमीन हथियाने के लिए मुझ पर दबाव बना रहे हैं. कई बार खाप पंचायत भी बुलाई गई, जिसमें भी दबाव बनाया गया. जब मैंने जमीन देने से इनकार कर दिया तो समाज के लोगों ने खाप पंचायत बुलाकर मुझे समाज से बहिष्कृत कर दिया.

खाप का फरमान, जायदाद हड़पने के लिए समाज से किया बाहर...

यही नहीं, समाज से बेदखल करने के बाद भी जब मेरी बेटियां मेरी सेवा कर रही थीं तो मेरी बेटी के परिवार को भी समाज से बेदखल कर दिया. 11 दिन से मुझे अपने ही गांव से बाहर निकाल दिया गया है. अब मेरे पास मरने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है. इसलिए मैं आज मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के समक्ष न्याय की गुहार लगाने आई हूं.

पढ़ें : कमलेश प्रजापत एनकाउंटर : संघर्ष समिति का पाली पुलिस पर गंभीर आरोप, सुनिये अध्यक्ष बलराम ने क्या कहा

राजेश कुमावत ने कहा कि मेरी नानी को समाज से बेदखल करने के बाद जब हम उनकी देखभाल कर रहे थे तो समाज ने हमें भी समाज से बेदखल कर दिया. इसलिए आज शाम पुलिस अधीक्षक के समक्ष न्याय की गुहार लगाने पहुंचे हैं कि समाज के पंच पटेलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, हमें न्याय दिलवाया जाय.

यह है पूरा मामला...

जिले के कारोई खेड़ा में रहने वाली झमकू देवी कुमावत के पति की 4 साल पहले बिमारी के बाद मौत हो गई थी. बेटे की मौत बचपन में ही हो गई. ऐसे में विधवा की जमीन पर रिश्‍तेदारों और दबंगों की नियत बिगड़ गई और उन्‍होंने वृद्धा से जमीन छिनने के लिए उसे परेशान करना शुरू कर दिया. कई बार समाज की पंच-पटेलों ने एकत्रित होकर उसे जमीन देवर-जेठ को देने का दबाव भी बनाया.

महिला जब नहीं मानी तो करीब 11 दिन पहले कारोई खेड़ा स्थित एक मंदिर पर खाप पंचायत जुटी. जिसमें वृद्धा को कुमावत समाज से बाहर करने का फरमान जारी कर दिया. इसके साथ ही उससे सम्‍पर्क रखने वाले रिश्‍तेदारों पर भी कार्रवाई की चेतावनी दी. जब उसकी बेटियों ने शरण दी तो उसकी बेटी को भी पंचों ने बहिष्‍कृत कर दिया.

भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा में खाप पंचायत के फरमान से परेशान एक विधवा ने पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है. बिते 11 दिनों से अपने घर को छोड़कर बेटी के यहां रहने को मजबूर 80 साल की बुजुर्ग महिला भगवान से अपनी मौत मांग रही है.

वृद्ध महिला झमकू देवी ने कहा कि 4 साल पहले मेरे पति की मौत हो गई और मेरे बेटे की बचपन में ही मौत हो गई. जिसके बाद से ही मेरे रिश्तेदार मेरी जमीन हथियाने के लिए मुझ पर दबाव बना रहे हैं. कई बार खाप पंचायत भी बुलाई गई, जिसमें भी दबाव बनाया गया. जब मैंने जमीन देने से इनकार कर दिया तो समाज के लोगों ने खाप पंचायत बुलाकर मुझे समाज से बहिष्कृत कर दिया.

खाप का फरमान, जायदाद हड़पने के लिए समाज से किया बाहर...

यही नहीं, समाज से बेदखल करने के बाद भी जब मेरी बेटियां मेरी सेवा कर रही थीं तो मेरी बेटी के परिवार को भी समाज से बेदखल कर दिया. 11 दिन से मुझे अपने ही गांव से बाहर निकाल दिया गया है. अब मेरे पास मरने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है. इसलिए मैं आज मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के समक्ष न्याय की गुहार लगाने आई हूं.

पढ़ें : कमलेश प्रजापत एनकाउंटर : संघर्ष समिति का पाली पुलिस पर गंभीर आरोप, सुनिये अध्यक्ष बलराम ने क्या कहा

राजेश कुमावत ने कहा कि मेरी नानी को समाज से बेदखल करने के बाद जब हम उनकी देखभाल कर रहे थे तो समाज ने हमें भी समाज से बेदखल कर दिया. इसलिए आज शाम पुलिस अधीक्षक के समक्ष न्याय की गुहार लगाने पहुंचे हैं कि समाज के पंच पटेलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, हमें न्याय दिलवाया जाय.

यह है पूरा मामला...

जिले के कारोई खेड़ा में रहने वाली झमकू देवी कुमावत के पति की 4 साल पहले बिमारी के बाद मौत हो गई थी. बेटे की मौत बचपन में ही हो गई. ऐसे में विधवा की जमीन पर रिश्‍तेदारों और दबंगों की नियत बिगड़ गई और उन्‍होंने वृद्धा से जमीन छिनने के लिए उसे परेशान करना शुरू कर दिया. कई बार समाज की पंच-पटेलों ने एकत्रित होकर उसे जमीन देवर-जेठ को देने का दबाव भी बनाया.

महिला जब नहीं मानी तो करीब 11 दिन पहले कारोई खेड़ा स्थित एक मंदिर पर खाप पंचायत जुटी. जिसमें वृद्धा को कुमावत समाज से बाहर करने का फरमान जारी कर दिया. इसके साथ ही उससे सम्‍पर्क रखने वाले रिश्‍तेदारों पर भी कार्रवाई की चेतावनी दी. जब उसकी बेटियों ने शरण दी तो उसकी बेटी को भी पंचों ने बहिष्‍कृत कर दिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.