भीलवाड़ा. जिले में प्रवासी मजदूरों ने फिर जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. जहां आज मेडिकल कॉलेज की आई रिपोर्ट में 6 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के साथ ही भीलवाड़ा जिले में कुल आंकड़ा 262 पर पहुंच गया हैं. जिसमें से दो कोरोना पॉजिटिव सूरत से और दो बेंगलुरु से आए हैं. वहीं, दो अन्य मरीज कहां से आए हैं, उनकी हिस्ट्री का पता किया जा रहा है. सभी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर इनके संपर्क में आए लोगों की तलाश की जा रही है.
प्रदेश में सबसे पहले कोरोना की शुरुआत 19 मार्च से भीलवाड़ा से हुई थी. यहां दिनों दिन कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग की अथक मेहनत के कारण एक समय कोरोना वायरस पर ब्रेक लग गया था, लेकिन हाल ही में जो प्रवासी मजदूर वापस यहां पहुंच रहे हैं, उनके कारण ये संख्या वापस बढ़ रही है.
भीलवाड़ा की राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज की गुरुवार को आई रिपोर्ट में 6 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए है. इनमें से 2 सूरत, 2 बेंगलुरु और दो अन्य जगह से अपने पैतृक गांव पहुंचे हैं. इनमें एक 65 साल की बुजुर्ग महिला भी शामिल है.
भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजन नंदा ने कहा कि भीलवाड़ा जिले के मांडल क्षेत्र के बेमाली गांव की 65 वर्षीय महिला पिछले दिनों बेंगलुरु से लौट कर आई थी. जिनका 30 जून को सैंपल लेने के बाद उसे होम क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था. गुरुवार को जांच में वो कोरोना पॉजिटिव पाई गई.
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इसी तरह शाहपुरा क्षेत्र के अरनिया घोड़ा गांव में 50 वर्षीय व्यक्ति तीन-चार दिन से खांसी जुकाम से पीड़ित था. उनकी भी आज कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं करेड़ा क्षेत्र के निंबाहेडा का 20 साल का युवक भी बाहर से लौटा था. आसींद क्षेत्र में भी तीन पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इन सभी पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की तलाश की जा रही है.
वहीं इन 6 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को होम क्वॉरेंटाइन से महात्मा गांधी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. भीलवाड़ा जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 262 पर पहुंच चुका है. अब देखना ये होगा कि जहां प्रदेश में सबसे पहले कोरोना की शुरुआत भीलवाड़ा से हुई आखिर भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमण की चैन पर कब ब्रेक लग पाता है.