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भरतपुर: डीग में भूखी घूम रही गायों के लिए ग्रामीणों ने किया चारे और पानी का इंतजाम - गायों का चारा

भरतपुर के डीग कस्बे में भूखी मर रही गायों के लिए कठेरा और घरवारी गांव के ग्रामीणों ने चारे की व्यवस्था की है. साथ ही उनके लिए पानी की भी व्यवस्था की जा रही हैं. ग्रामीणों ने अपने स्तर और जन सहयोग से भूखी मर रही गायों के लिए ये व्यवस्था की है. इस दौरान किसानों ने वन विभाग के अधिकारियों और प्रशासन पर लापरवाही का भी आरोप लगया.

Deeg Bharatpur News, गायों का चारा,  villagers hard work
भरतपुर के डीग में गायों के लिए हुआ चारे और पानी का इंतजाम
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Published : Jan 18, 2021, 1:06 PM IST

डीग (भरतपुर). जिले के डीग कस्बे में माढेरा की रुंध में भूखी मर रही गायों के लिए गांव कठेरा और घरवारी के ग्रामीणों ने अपने स्तर और जन सहयोग से भूखी मर रही गायों के लिए चारे की व्यवस्था की है. साथ ही समरसेबल डलवाकर ग्रामीणों ने पानी की भी व्यवस्था कर रहे हैं.

पढ़ें: दौसा: अतिक्रमण और अवैध खनन का मामला, विरोध में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल

इस दौरान किसानों ने वन विभाग के अधिकारियों और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि माढेरा रुंध की चारदीवारी को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया है, लेकिन इस ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया. वहीं, रुंध के जंगलों से निकलकर आवारा पशु किसानों की फसलों को नष्ट कर देते हैं. इसलिए किसान अपनी साल भर की फसल को बचाने के लिए कड़ाके की ठंड में भी खेतों पर रात गुजारने को मजबूर हैं.

Deeg Bharatpur News, गायों का चारा,  villagers hard work
भरतपुर के डीग में ग्रामीणों ने गायों के लिए किया चारे का इंतजाम

ग्रामीणों का आरोप है कि माढेरा की रुंध में गाय भूखी प्यासी मर रही है. इसलिए वो खेतों की तरफ जाती हैं, लेकिन वन विभाग ने गायों के लिए चारे पानी की कोई व्यवस्था की गई है. साथ ही प्रशासन भी सुनवाई नहीं कर रहा है.

Deeg Bharatpur News, गायों का चारा,  villagers hard work
भरतपुर के डीग में गायों के चारे के लिए ग्रामीणों ने की मेहनत

पढ़ें: संकट में जीवन! कभी जीवनदायिनी थी ये नहरें, अब प्रदूषित होकर बांट रही बीमारी

ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासनिक अनदेखी के चलते भूख-प्यास से त्रस्त गौवंश के लिए अपने स्तर पर ही जंगल में चारे पानी की व्यवस्था की है. ग्रामीणों ने जहां चारे के लिए कड़ब और समरसेवल लगाकर पानी की व्यवस्था की है. साथ ही गायों के लिए पत्थर लगाकर लडामनी भी तैयार की है, जिससे गाय उसमें आराम से चारा खा सकें. गायों की सेवा के इस पुनीत कार्य में घरवारी गांव में रहने वाले महंत जानकी दास महाराज के साथ ही कठेरा-घरवारी गांवोंं के युवाओं जुटे हुए हैं .

डीग (भरतपुर). जिले के डीग कस्बे में माढेरा की रुंध में भूखी मर रही गायों के लिए गांव कठेरा और घरवारी के ग्रामीणों ने अपने स्तर और जन सहयोग से भूखी मर रही गायों के लिए चारे की व्यवस्था की है. साथ ही समरसेबल डलवाकर ग्रामीणों ने पानी की भी व्यवस्था कर रहे हैं.

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इस दौरान किसानों ने वन विभाग के अधिकारियों और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि माढेरा रुंध की चारदीवारी को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया है, लेकिन इस ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया. वहीं, रुंध के जंगलों से निकलकर आवारा पशु किसानों की फसलों को नष्ट कर देते हैं. इसलिए किसान अपनी साल भर की फसल को बचाने के लिए कड़ाके की ठंड में भी खेतों पर रात गुजारने को मजबूर हैं.

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भरतपुर के डीग में ग्रामीणों ने गायों के लिए किया चारे का इंतजाम

ग्रामीणों का आरोप है कि माढेरा की रुंध में गाय भूखी प्यासी मर रही है. इसलिए वो खेतों की तरफ जाती हैं, लेकिन वन विभाग ने गायों के लिए चारे पानी की कोई व्यवस्था की गई है. साथ ही प्रशासन भी सुनवाई नहीं कर रहा है.

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भरतपुर के डीग में गायों के चारे के लिए ग्रामीणों ने की मेहनत

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ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासनिक अनदेखी के चलते भूख-प्यास से त्रस्त गौवंश के लिए अपने स्तर पर ही जंगल में चारे पानी की व्यवस्था की है. ग्रामीणों ने जहां चारे के लिए कड़ब और समरसेवल लगाकर पानी की व्यवस्था की है. साथ ही गायों के लिए पत्थर लगाकर लडामनी भी तैयार की है, जिससे गाय उसमें आराम से चारा खा सकें. गायों की सेवा के इस पुनीत कार्य में घरवारी गांव में रहने वाले महंत जानकी दास महाराज के साथ ही कठेरा-घरवारी गांवोंं के युवाओं जुटे हुए हैं .

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