डीग (भरतपुर). जाट रेजीमेंट के सैनिक हरि सिंह की कोरोना के चलते मौत हो गई. घटना की जानकारी लगते ही सैनिक के पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गई और गांव का पूरा माहौल गमगीन हो गया.
हैरत की बात यह थी कि सैनिक को सलामी देने के लिए पुलिस का कोई भी जवान मौके पर नहीं पहुंचा, ना ही उनके अंतिम संस्कार के समय उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान शहीद सैनिक के परिजन सैनिक को शहीद का दर्जा देने सहित राजकीय सम्मान के साथ अंतेष्टि करने पर अडिग हो गए.
ऐसे में सूचना मिलते ही उपखंड अधिकारी हेमंत कुमार, तहसीलदार अशोक साह और थाना प्रभारी हवा सिंह मौके पर पहुंचे और मामले को लेकर समझाइश करने की कोशश की. किसान नेता नेम सिंह फौजदार ने बताया कि हवलदार हरि सिंह के परिवार को वह सारी सुविधाएं मिलनी चाहिए जो एक शहीद के लिए होती हैं.
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सैनिक के दो बेटे हैं, जिसमें एक झुंझुनू सैनिक स्कूल में अध्ययनरत है. सैनिक अभी 20 दिन पहले छुट्टी बिता कर घर से गया था. अंतिम संस्कार के समय सैनिक के दोनों पुत्रों ने पीपीई किट पहनकर पिता को मुखाग्नि दी. बता दें कि राजकीय सम्मान के साथ पार्षद के अंतिम संस्कार में हो रही लेटलतीफी को लेकर परिजनों में भारी रोष दिखाई दिया.