भरतपुर. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अश्वनी कुमार बंसल एक बार फिर से विवादों में है. कुलपति पर विश्वविद्यालय के तत्कालीन सहायक लेखा अधिकारी प्रथम ने वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने राजभवन को लिखे शिकायत पत्र में कुलपति द्वारा अपनी पेंशन का डेटा छुपाकर पूर्ण वेतन प्राप्त करने, अपने आवास के बिजली-पानी के बिलों का दबाव डालकर विश्वविद्यालय फंड से भुगतान कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं.
वहीं इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए राजभवन ने भरतपुर के संभागीय आयुक्त को पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं. जिसके बाद संभागीय आयुक्त ने इस संबंध में जांच शुरू कर दी है. हालांकि विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक चंद्रप्रकाश राजन ने कुलपति के बारे में राजभवन को की गई कई शिकायतों को सिरे से नकार दिया है.
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पेंशन डेटा छुपाने के आरोप...
तत्कालीन सहायक लेखा अधिकारी प्रथम मान सिंह का आरोप है कि प्रोफेसर अश्वनी कुमार बंसल पूर्व में दिल्ली विश्वविद्यालय में विधि संकाय से प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत्त हुए. लेकिन प्रोफेसर बंसल द्वारा आज दिनांक तक विश्वविद्यालय को अपनी पूर्व में की गई सेवा का पेंशन का डेटा उपलब्ध नहीं कराया गया है. वहीं मान सिंह का आरोप है कि प्रोफेसर बंसल ने अपने पेंशन का डेटा छुपाकर पूर्ण वेतन प्राप्त करते हुए घोर वित्तीय अनियमितता की जा रही है.
करवाते हैं घर के बिजली और पानी की बिलों का भुगतान...
मान सिंह ने राजभवन को लिखे 8 बिंदुओं के शिकायती पत्र में कुलपति प्रोफेसर बंसल पर यह भी आरोप लगाया है कि कुलपति अपने निवास के बिजली, पानी, डेटा केबल, गैस सिलेंडर आदि का भुगतान भी दबाव डालकर विश्वविद्यालय फंड से ही करवाते हैं, जो कि घोर वित्तीय अनियमितता है.
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राजभवन ने दिए जांच के आदेश...
इस पूरे मामले को राजभवन ने गंभीरता से लेते हुए भरतपुर के संभागीय आयुक्त चंद्रशेखर मूथा को एक कमेटी गठित कर पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं. वहीं संभागीय आयुक्त ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर शिकायतकर्ता मान सिंह के बयान दर्ज किए हैं. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन को अपना पक्ष रखने के निर्देश भी दिए हैं.
कुलपति आवास का बिजली-पानी बिल भुगतान रोका...
इस संबंध में विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक चंद्रप्रकाश राजन से जब ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने राजभवन में की गई शिकायतों को सिरे से नकार दिया. उन्होंने बताया कि कुलपति की पेंशन के बारे में दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्राचार किया गया है. जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि प्रोफेसर बंसल को उनकी तरफ से किसी भी प्रकार का सेवानिवृत्त बेनिफिट प्रदान नहीं किया जा रहा है. चंद्रप्रकाश राजन ने बताया कि फिलहाल कुलपति आवास के बिजली-पानी के बिलों का विश्वविद्यालय फंड से भुगतान रोक दिया गया है. साथ ही इस बारे में अन्य जानकारियां जुटाई जा रही हैं.