भरतपुर. जिले में दबंगों ने एक महिला की जमीन पर कब्जा कर मकान खड़ा कर दिया. युवती अपने माता पिता की जमीन को दबंगों से छुड़वाने और न्याय के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही है. गुरुवार को कलेक्टर की जनसुवाई में भी युवती पहुंची और रोते हुए न्याय मांगा. साथ ही कहा कि यदि न्याय नहीं दे सकते तो जहर ही दे दो. युवती ने न्याय नहीं मिलने पर कलेक्ट्रेट के बाहर भूख हड़ताल पर बैठने और जान देने की बात भी कही.
माता पिता असक्षम, बेटी भटक रही
जिले के नदबई क्षेत्र के बरौली छार गांव की रहने वाली ललितेश कुमारी ने बताया कि पिता दिमागी रूप से कमजोर हैं और मां भी अनपढ़ है. घर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है. गांव में खसरा नंबर 780 की रजिस्ट्री मां सुनीता के नाम पर है. इसी जमीन पर जबर्दस्ती दबंगों ने कब्जा कर मकान बना लिया.
युवती का आरोप है कि इस जमीन पर रामपाल एवं अर्जुन कोली ने अवैध कब्जा कर लिया है. दबंगों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी है. युवती ने शिकायत में लिखा है कि इसको लेकर पूर्व में प्रशासन को कई बार सूचना दी. प्रशासन के अधिकारी मौके पर भी पहुंचे लेकिन दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. युवती का आरोप है कि प्रशासन ने पीड़िता को ही धमकाया और प्रशासन ने भी अब तक कोई जवाब नहीं दिया है.
युवती ने पत्र में लिखा है कि यदि प्रशासन ने मकान नहीं हटवाया तो मैं प्रशासन के सामने भूख हड़ताल पर बैठकर प्राण त्याग दूंगी. युवती ने पत्र में न्याय दिलाने की गुहार की है. साथ ही जनसुनवाई के दौरान युवती ललीतेश ने कहा कि न्याय नहीं दे सकते तो जहर दे दो.
युवती को भिजवाया थाने
जिला कलेक्टर की जनसुनवाई के दौरान युवती ने न्याय नहीं तो जहर देने के लिए कहा तो जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने पुलिस बुलवाकर युवती को थाने भिजवा दिया. मथुरा गेट थाने पर युवती की तबीयत भी खराब हो गई. बाद में युवती को थाना पुलिस अतिरिक्त जिला कलेक्टर के पास ले कर पहुंची. यहां से युवती को नदबई एसडीएम से मिलकर अपनी बात रखने को कहा. युवती का आरोप है कि अधिकारी सिर्फ आश्वासन देते हैं कार्रवाई नहीं करते हैं.
जिला कलेक्टर आलोक रंजन का कहना है कि आपस में भाइयों की जमीन के बंटवारे का मामला है. इसका समाधान रेवेन्यू कोर्ट में आवेदन कर ही हो सकेगा. हमने युवती को समझाया है कि आपको शारीरिक हानि या नुकसान हुआ है तो पुलिस में एफआईआर दर्ज करा सकती हैं. उनको समझाबुझा के भेज दिया गया है.