भरतपुर. सफाईकर्मियों और नगर निगम भरतपुर के बीच एक माह बाद भी सुलह नहीं हो सकी है. एक माह से सफाईकर्मियों की हड़ताल (Sanitation workers Strike in Bharatpur) लगातार जारी है. शनिवार को सफाई कर्मचारियों ने राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग के आवास के बाहर कचरा डालने की कोशिश की. ऐसे में वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने जाप्ते के साथ उन्हें रोका और आंदोलन की अगुवाई कर रहे राघवेंद्र सिंह समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है.
जनता आंदोलन के संयोजक और हड़ताल की अगुवाई कर रहे राघवेंद्र सिंह ने बताया कि नगर निगम के सफाईकर्मी वेतन बढ़ाने समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर बीते 1 माह से हड़ताल पर हैं. नगर निगम प्रशासन और सरकार सफाई कर्मचारियों की मांगें मानने को तैयार नहीं है. राघवेंद्र ने बताया कि त्यौहार को देखते हुए सफाई कर्मचारी शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में निशुल्क सफाई सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही.
पढ़ें. सफाई कर्मचारियों ने किया यूडीएच मंत्री के आवास का घेराव, निकाली आक्रोश रैली
वहीं जैसे ही सफाई कर्मचारी राज्यमंत्री डॉ सुभाष करके आवास के बाहर कचरा डालने के लिए रंजीत नगर पहुंचे, वैसे ही वहां पहले से मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया. काफी देर तक पुलिस अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों और राघवेंद्र को समझाने का प्रयास किया. सीओ सिटी सतीश वर्मा ने बताया कि सफाई कर्मचारी राज्य मंत्री के घर के बाहर कचरा डालने आए थे. राघवेंद्र और 2 सफाई कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया गया है.
बता दें कि सफाई कर्मचारी बीते 1 माह से लगातार आंदोलन कर रहे हैं. शुक्रवार को सफाई (Garbage outside residence of Dr Subhash Garg) कर्मचारियों ने नगर निगम महापौर के कार्यालय के बाहर द्वार पर कचरे का ढेर लगा दिया था. इसी के चलते बीते दिनों राघवेंद्र को पुलिस ने शांतिभंग में गिरफ्तार भी किया था. लेकिन विरोध के चलते उसे छोड़ दिया गया.