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भरतपुर: 'ब्रज चौरासी कोस' के तहत अधूरा पड़ा सड़क निर्माण पूरा, पुलिस-प्रशासन ने की मदद - डीग भरतपुर न्यूज़

भरतपुर के डीग कस्बे में ब्रज चौरासी कोस के तहत अधूरे पड़े सड़क निर्माण को पुलिस-प्रशासन की मदद से पूरा कराया गया. अधूरे छोड़े गए हिस्से के मामले को लेकर सुपरवाइजर राम कुमार शर्मा ने चौड़ाई कम होने की बात कही थी और लोग भी सड़क ज्यादा चौड़ा करने के लिए कार्रवाई की मांग कर रहे थे.

ब्रज चौरासी कोस, Road construction, डीग भरतपुर न्यूज़
भरतपुर में पुलिस-प्रशासन की मदद से अधूरा पड़ा सड़क निर्माण हुआ पूरा
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Published : Jul 31, 2020, 9:16 PM IST

डीग (भरतपुर). जिले के डीग कस्बे के धोबी मोड़ पर शुक्रवार को एक ठेकेदार ने 'ब्रज चौरासी कोस' के तहत अधूरे पड़े सड़क निर्माण को प्रशासन और पुलिस जाब्ता की मदद से पूरा करवाया. गौरतलब है कि पिछले लगभग 3 महीने से अधूरे पड़े सड़क निर्माण के कार्य को ठेकेदार द्वारा 27 जुलाई को शुरू किया गया था. लेकिन, अध्यापक ओम प्रकाश के घर के सामने लगभग 12 मीटर का हिस्सा अधूरा छोड़ दिया गया था. इस अधूरे छोड़े गए हिस्से के मामले में ठेकेदार के सुपरवाइजर राम कुमार शर्मा का कहना था इसमें चौड़ाई केवल 2-90 मीटर है, जबकि सड़क के लिए 3-50 मीटर चाहिए थी.

सुपरवाइजर राम कुमार शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को विभाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कमल सिंह मीणा द्वारा 2-90 मीटर चौड़ाई में सड़क बनाने के आदेश दिए गया, जिस पर अधूरे पड़े टुकड़े को पूरा किया गया है. वहीं, शर्मा का कहना है कि ब्रज चौरासी कोस के अंतर्गत बनने वाले सड़क मार्ग में इतनी कम चौड़ाई कहीं पर भी नहीं है. कम चौड़ाई में सड़क बनने पर स्थानीय लोगों ने प्रशासन के खिलाफ रोष भी जताया है.

पढ़ें: जैसलमेर बना नया सियासी 'अखाड़ा', जाखड़ बोले- सिर्फ भ्रमण के लिए आए विधायक

लोगों का कहना है कि ओम प्रकाश के पुत्र दयाचंद तहसील में भू-अभिलेख निरीक्षक हैं, जिसके चलते प्रशासन ने पुलिस जाब्ता की मदद से अपने कर्मचारी की मदद की है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क निर्माण के चलते वर्षों पुरानी दुकानों और मकानों को प्रशासन द्वारा तुड़वाया गया, जबकि हमारे पास मकानों के कागजात हैं.

वहीं, कार्यपालक मजिस्ट्रेट और तहसीलदार सोहन सिंह नरूका का कहना है कि हमसे पुलिस जाब्ता की मदद मांगी गई थी, जिस पर ठेकेदार को सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस मदद मुहैया कराई गई. सोहन सिंह नरूका ने बताया कि ओम प्रकाश के पास मकान की कोर्ट से डिग्री है, जिसके चलते जितनी जगह वहां मिली, उसी चौड़ाई में सड़क बनवाई गई है.

पढ़ें: डूंगरपुर: 32 घंटे बाद पुलिस ने बंधकों को कराया मुक्त, 10 से अधिक पर केस दर्ज

मामले में ओमप्रकाश के पुत्र भू-अभिलेख निरीक्षक दयाचंद का कहना है कि हमारे पास मकान की कोर्ट से डिग्री है, जिसमें मकान की लंबाई 40 फीट और चौड़ाई 27 फीट है, जिसकी जांच एसडीएम द्वारा करवाई जा चुकी है. एसडीएम ने 30 जुलाई 2020 को ब्रज चौरासी कोस के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को निर्देश दिए कि इनके मकान और चबूतरे को छोड़कर बाकी बचे हिस्से में सड़क, फुटपाथ और नाली निर्माण कराया जाए. इस मौके पर सीओ मदनलाल जैफ, थानाधिकारी गणपत राम, एसआई निरंजन मीणा, शहर चौकी प्रभारी एएसआई अजय यादव शहीद पुलिसकर्मी और आरएसी के जवान मौजूद रहे.

डीग (भरतपुर). जिले के डीग कस्बे के धोबी मोड़ पर शुक्रवार को एक ठेकेदार ने 'ब्रज चौरासी कोस' के तहत अधूरे पड़े सड़क निर्माण को प्रशासन और पुलिस जाब्ता की मदद से पूरा करवाया. गौरतलब है कि पिछले लगभग 3 महीने से अधूरे पड़े सड़क निर्माण के कार्य को ठेकेदार द्वारा 27 जुलाई को शुरू किया गया था. लेकिन, अध्यापक ओम प्रकाश के घर के सामने लगभग 12 मीटर का हिस्सा अधूरा छोड़ दिया गया था. इस अधूरे छोड़े गए हिस्से के मामले में ठेकेदार के सुपरवाइजर राम कुमार शर्मा का कहना था इसमें चौड़ाई केवल 2-90 मीटर है, जबकि सड़क के लिए 3-50 मीटर चाहिए थी.

सुपरवाइजर राम कुमार शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को विभाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कमल सिंह मीणा द्वारा 2-90 मीटर चौड़ाई में सड़क बनाने के आदेश दिए गया, जिस पर अधूरे पड़े टुकड़े को पूरा किया गया है. वहीं, शर्मा का कहना है कि ब्रज चौरासी कोस के अंतर्गत बनने वाले सड़क मार्ग में इतनी कम चौड़ाई कहीं पर भी नहीं है. कम चौड़ाई में सड़क बनने पर स्थानीय लोगों ने प्रशासन के खिलाफ रोष भी जताया है.

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लोगों का कहना है कि ओम प्रकाश के पुत्र दयाचंद तहसील में भू-अभिलेख निरीक्षक हैं, जिसके चलते प्रशासन ने पुलिस जाब्ता की मदद से अपने कर्मचारी की मदद की है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क निर्माण के चलते वर्षों पुरानी दुकानों और मकानों को प्रशासन द्वारा तुड़वाया गया, जबकि हमारे पास मकानों के कागजात हैं.

वहीं, कार्यपालक मजिस्ट्रेट और तहसीलदार सोहन सिंह नरूका का कहना है कि हमसे पुलिस जाब्ता की मदद मांगी गई थी, जिस पर ठेकेदार को सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस मदद मुहैया कराई गई. सोहन सिंह नरूका ने बताया कि ओम प्रकाश के पास मकान की कोर्ट से डिग्री है, जिसके चलते जितनी जगह वहां मिली, उसी चौड़ाई में सड़क बनवाई गई है.

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मामले में ओमप्रकाश के पुत्र भू-अभिलेख निरीक्षक दयाचंद का कहना है कि हमारे पास मकान की कोर्ट से डिग्री है, जिसमें मकान की लंबाई 40 फीट और चौड़ाई 27 फीट है, जिसकी जांच एसडीएम द्वारा करवाई जा चुकी है. एसडीएम ने 30 जुलाई 2020 को ब्रज चौरासी कोस के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को निर्देश दिए कि इनके मकान और चबूतरे को छोड़कर बाकी बचे हिस्से में सड़क, फुटपाथ और नाली निर्माण कराया जाए. इस मौके पर सीओ मदनलाल जैफ, थानाधिकारी गणपत राम, एसआई निरंजन मीणा, शहर चौकी प्रभारी एएसआई अजय यादव शहीद पुलिसकर्मी और आरएसी के जवान मौजूद रहे.

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