कामां (भरतपुर). कामां को जिला बनाने के लिए पिछले 27 दिन से कस्बा के प्रसिद्ध लाल दरवाजा पर धरना जारी है. इस बीच जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष भगवत प्रसाद शर्मा ने कामां को जिला नहीं बनने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है. शनिवार को जनप्रतिनिधियों को जगाने के लिए कोसी चौराहे से बैंड बाजों के साथ रैली निकाली (Rally for demand of making Kaman new district) गई.
कुछ दिनों पहले कामां में दो व्यक्ति कामां को जिला बनाने की मांग को लेकर मंदिर पर चढ़ गए थे. जहां पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और कई दिनों तक जेल की हवा खाने के बाद छूट पाए. प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता धरने में शामिल होकर सहयोग करें. लेकिन प्रतिदिन अलग-अलग प्रदर्शन के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई सुनवाई नहीं की जा रही है.
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जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष भगवत प्रसाद शर्मा ने बताया कि कामां को जिला बनाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पिछले 27 दिन से किया जा रहा है. इस धरने को सभी जाति, सभी धर्म विशेष का पूर्ण सहयोग मिल रहा है. अगर कामां को जिला नहीं बनाया गया और कोई अन्य जिला बन गया तो मैंने आत्मदाह की चेतावनी दी हुई है. उम्मीद है कि इस बार बजट में कुछ अच्छे समाचार कामां क्षेत्र को मिलेंगे. बजट के बाद अग्रिम निर्णय लिया जाएगा.
भगवत प्रसाद ने बताया कि एक शिष्टमंडल प्रभारी मंत्री से कामां को जिला बनाने के संदर्भ में मिला और बातचीत की. प्रभारी मंत्री रमेश मीणा ने बताया कि मंत्री जाहिदा खान भी कामां को जिला बनाने के लिए जोरशोर से लगी हुई हैं. हमें मंत्री जाहिदा पर पूर्ण विश्वास है कि वह पूरी कोशिश में लगी हुईं होंगी. लेकिन क्षेत्र में प्रत्यक्ष रूप से कोई काम नहीं दिख रहा. इस बारे में मंत्री जाहिदा खान से भी मुलाकात की गई. उन्होंने कहा था कि अगर कामां जिला बनेगा, तो उनके कार्यकाल में ही बनेगा.
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कामां को जिला बनाने के लिए व्यापार महासंघ के अध्यक्ष कमल अरोड़ा ने जिला बनाओ संघर्ष समिति को एक लाख रुपए की आर्थिक रूप से सहायता उपलब्ध कराई है. साथ ही व्यापारियों ने भी धरना प्रदर्शन में अपना समर्थन जताया है. वहीं धरना स्थल पर डॉ रविंद्र तरगोत्रा का समिति अध्यक्ष भगवत प्रसाद एवं पेंशनरों के साथ धरना स्थल पर विशेष सहयोग है.