भरतपुर.राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में महज 1 महीने का समय बाकी है. राजस्थान में 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 3 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी. सियासी दलों के साथ-साथ पुलिस-प्रशासन भी चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है. इसी कड़ी में भरतपुर में पुलिस-प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है.
जिला निर्वाचन अधिकारी लोकबंधु ने बताया कि भरतपुर और डीग जिले के शहरी क्षेत्र में 293 और ग्रामीण क्षेत्र में 1471 मतदान बूथ हैं. इनमें से 751 बूथ संवेदनशील और अतिसंवेदनशील हैं. इन इलाकों में शांतिपूर्ण और भयमुक्त मतदान कराने के लिए पूरी कार्य योजना तैयार की गई है.
निर्भिक होकर करें मतदान: जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शासन का प्रयास रहेगा कि सभी मतदाता निर्भीक होकर वोटिंग करें. वहीं भरतपुर एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि चुनाव के दौरान भरतपुर में सीआरपीएफ की 3 कंपनी और डीग में 2 कंपनी तैनात रहेंगी. एसपी ने बताया कि CRPF की 66 कंपनियों को तैनात किया जाएगा. दोनों जिलों में केंद्रीय सुरक्षा बल और पुलिस के करीब 7000 जवान और अधिकारी मोर्चा संभालेंगे. चुनाव के मद्देनजर भरतपुर और डीग जिलों के अंतरराज्यीय बॉर्डर पर 27 नाके स्थापित किए गए हैं. एफएसटी टीम भी लगातार काम कर रही है.
7 विधानसभा में 18 लाख से अधिक मतदाता: जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि डीग और भरतपुर जिलों के 7 विधानसभा क्षेत्रों में 18 लाख 71 हजार 758 मतदाता हैं. जिनमें से 9 लाख 97 हजार 289 पुरूष व 8 लाख 74 हजार 450 महिला मतदाता हैं. साथ ही 19 थर्ड जेंडर हैं. बता दें के कि पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में 71.88 फीसदी मतदान हुआ था. पिछले चुनाव में जिन क्षेत्रों में 65 प्रतिशत से कम मतदान हुआ था, उन्हें चिह्नित कर कार्ययोजना बनाई गई है, ताकि मतदान का प्रतिशत बढ़ाया जा सके.
वोटिंग के लिए जागरुकता: जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाताओं में जागरूकता के चलते अब तक 1 लाख से अधिक ई-संकल्प पत्र भरे जा चुके हैं. साथ ही 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं और दिव्यांग मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की व्यवस्था की गई है. मतदान केन्द्र की सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि पारदर्शिता व निष्पक्षता के लिए मतदान दलों की नियुक्ति रेण्डमाईजेशन के माध्यम से की जाएगी. साथ ही ईवीएम व वीवीपैट का मतदान केन्द्रों का निर्धारण भी रेण्डमाईजेशन के माध्यम से किया जाएगा.
बॉर्डर इलाकों में सख्ती:एसपी कच्छावा ने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान कुल 28 लाख रुपए कीमत के सामान और कैश जब्त की गई थी. वहीं इस बार आचार संहिता लागू होने से अब तक जिले में कई स्थानों पर सख्ती कर करीब 2.50 करोड़ रुपए की कीमत की समान जब्त किया गया है.