भरतपुर. मानव सेवा का दुनिया का सबसे बड़ा केंद्र अपना घर आश्रम अब नए वर्ष से निराश्रित और असहाय लोगों की सेवा के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है. अपना घर आश्रम में अब विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त प्रभु प्रकल्प का प्रथम चरण का निर्माण पूरा करा लिया गया है. ऐसे में नए साल से 2000 और निराश्रित असहाय प्रभु जनों को अपना घर मिल सकेगा. यहां प्रथम चरण में तमाम सुविधाओं का ध्यान रखते हुए 26 होम तैयार किए गए हैं. इनमें अलग-अलग बीमारी, उम्र के अनुसार प्रभुजनों (निराश्रित लोग) की सेवा की जा सकेगी. एक जनवरी को यह प्रभु प्रकल्प प्रभुजनों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
ये होंगी सुविधाएं : अपना घर आश्रम के संस्थापक डॉ बीएम भारद्वाज ने बताया कि प्रभु प्रकल्प में 40 करोड़ रुपए की लागत से 26 होम तैयार किए गए हैं. इनमें 2000 बेड की क्षमता होगी. ये सभी उम्र, अलग-अलग बीमारी और महिला, पुरुषों के हिसाब से तैयार कराए गए हैं. इनमें जरूरत की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. यहां आने वाले प्रभुजनों का सबसे पहले इमरजेंसी में चेकअप होगा. जिसको जो बीमारी होगी उसी होम में उन्हें भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया जाएगा. 1 जनवरी 2023 को प्रभु प्रकल्प का लोकार्पण किया जाएगा.
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रसोई : एक घंटे में 10 हजार चपाती : डॉ भारद्वाज ने बताया कि प्रभु प्रकल्प परिसर में ही 31,800 वर्ग फीट क्षेत्र में अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित रसोई का निर्माण भी कराया जा रहा है. इसका भी 1 जनवरी को लोकार्पण होगा. यहां ऐसी मशीनें लगाई जा रही हैं, जिनसे अलग-अलग बीमारी और जरूरत के अनुसार खाना तैयार किया जा सकेगा. अत्याधुनिक मशीन से सिर्फ एक घंटे में 10 हजार चपाती तैयार की जा सकेंगी. रसोई में कुल सवा करोड़ कीमत की मशीनें लगवाई जा रही हैं.
सर्वधर्म का आध्यात्मिक केन्द्र : प्रभु प्रकल्प परिसर में ही 6000 वर्ग गज क्षेत्र में आध्यात्मिक केन्द्र तैयार कराया जा रहा है, जो एक जनवरी से शुरू हो जाएगा. इस आध्यात्मिक केन्द्र में एक ही छत के नीचे हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के प्रभुजन अपने अनुसार पूजा पाठ, भजन कर सकेंगे. यहां किसी प्रकार की कोई बंदिश नहीं होगी. इतना ही नहीं पूरे प्रभु प्रकल्प परिसर में 2.7 किलोमीटर लंबा परिक्रमा मार्ग भी तैयार किया जा रहा है. जहां इच्छुक प्रभुजन प्रभात फेरी कर सकेंगे.
थिएटर : हर दिन मनोरंजन : डॉ भारद्वाज ने बताया कि प्रकल्प परिसर में एक थिएटर भी तैयार हो रहा (Theatre in Apna Ghar Ashram) है. इनमें बच्चों के कार्टून से बुजुर्ग तक की पसंद की मूवी दिखाई जाएगी. हर दिन एक शो चलेगा, इसमें 170 प्रभुजनों के बैठने की क्षमता होगी. यह थिएटर भी जनवरी से शुरू किया जाएगा.
कैफेटेरिया में मनपसंद खरीदारी : डॉ बीएम भारद्वाज ने बताया कि प्रभुजन बाहर नहीं (Cafeteria in Apna Ghar Ashram) जा पाते इसलिए उनके लिए परिसर में ही कैफेटेरिया का निर्माण कराया गया है. इसमें वे अपनी मनपसंद सामान की खरीदारी कर सकेंगे जो पूरी तरह निशुल्क होगा. इसमें प्रति व्यक्ति एक लिमिट तय कर दी जाएगी.
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डेढ़ करोड़ लीटर वर्षा जल इकट्ठा करेंगे : डॉ भारद्वाज ने बताया कि पानी बहुत ही महत्वपूर्ण (New Facilities to start in Apna Ghar Ashram) है. इसलिए पूरे प्रभु प्रकल्प परिसर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम तैयार कराया गया है. इसमें बरसात के मौसम में करीब डेढ़ करोड़ लीटर वर्षा जल संचय कर सकेंगे. इसके लिए 100 फीट लंबे, 200 फीट चौड़े और 55 फीट गहरे जलाशय का निर्माण कार्य चल रहा है.
हर दिन 1500 यूनिट बिजली उत्पादन : डॉ भारद्वाज ने बताया कि प्रभु प्रकल्प परिसर के सभी भवनों के ऊपर सोलर प्लेट लगाई जाएंगी. पूरे परिसर में 500 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट लगाया जाएगा, जिससे हर दिन करीब 1500 यूनिट बिजली तैयार की जा सकेगी. इससे आश्रम की जरूरत के लायक बिजली हर दिन तैयार हो सकेगी.
अपना घर आश्रम के संस्थापक डॉक्टर बीएम भारद्वाज ने बताया कि प्रभु प्रकल्प के सभी 26 होम, रसोई, कैफेटेरिया, आध्यात्मिक केंद्र का निर्माण कार्य 31 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. सभी का 1 जनवरी 2023 को लोकार्पण किया जाएगा. साथ ही द्वितीय चरण के निर्माण कार्य का शुभारंभ भी किया जाएगा. फिलहाल भरतपुर के अपना घर आश्रम में करीब 4200 प्रभुजन निवासरत हैं. जबकि अपना घर आश्रम की क्षमता 3000 बेड की है. ऐसे में प्रभु प्रकल्प शुरू होने से दो हजार और प्रभु जनों के रहने की क्षमता विकसित हो जाएगी.