भरतपुर. जिले के पीलूपुरा में चल रहे गुर्जर आंदोलन की आग धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. गुर्जर समाज अपनी मांगों को लेकर पिछले आठ दिनों से पीलूपुरा से गुजर रहे मुंबई-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर बैठा है. एक तरफ जहां गुर्जर आंदोलनकारी सरकार से वार्ता का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं दूसरे गुट के गुर्जर नेता हिम्मत सिंह रविवार को बयाना पहुंच कर इलाके के 80 गुर्जर गांवों के पंच पटेलों से वार्ता कर आंदोलन खत्म करने की अपील की है.
इस आंदोलन को लेकर चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग का भी एक बयान सामने आया है. जिसमें मंत्री गर्ग ने कहा है कि गुर्जर समाज की ज्यादातर मांगें मान ली गई हैं. अगर फिर भी कोई आपत्ति है तो सरकार के साथ बात करें. सरकार इस मुद्दे को लेकर पूरी तरह से संवेदनशील है. सरकार ने गुजर नेताओं से अपील की है कि किसी भी समस्या का समाधान वार्ता से हो सकता है. इसलिए गुर्जर नेता टेबल पर आकर बात करें. हालांकि, गुर्जरों की अधिकांश समस्याओं का समाधान कर दिया गया है.
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उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आगामी एक या दो दिनों में इसका कोई ना कोई समाधान निकल जाएगा. साथ ही समाज के सभी नेताओं खासकर गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके पुत्र विजय बैंसला से अपील है कि जब पूरे विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप चल रहा है, तो गुर्जर नेता प्रदेश हित में हमारी अपील को स्वीकार कर इस आंदोलन को खत्म कर टेबल पर सरकार से वार्ता करें.