भरतपुर. कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने सभी विभागों की समीक्षा के दौरान नगर निगम के अधिकारियों को फटकार लगाई थी. मंत्री की फटकार के बाद नगर निगम के अधिकारी एक्शन में दिखे. मेयर अभिजीत निगम के अधिकारियों के साथ नोह कचरा प्लांट पहुंचे और कचरे के निस्तारण को लेकर अधिकारियों से चर्चा की.
कचरा प्लांट के दौरे के बाद मेयर अभिजीत ने कहा, कि कचरा प्लांट के हालात ज्यादा ही खराब हैं. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की परमिशन TTZ (Taj Trapezium Zone) से आनी बाकी है. निगम की तरफ से Pollution Control Board को लेटर लिख दिया गया है. जैसे ही हमें TTZ से NOC मिल जाएगी, वैसे ही कचरा प्लांट शुरू हो जाएगा. कचरे से तीन तरह की खाद बनेगी.
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मेयर ने बताया, कि जबतक कचरा प्लांट शुरू नहीं होता, तबतक कचरा प्लांट के चारों तरफ दीवार खड़ी की जाएगी. जिससे खेतों में कचरा नहीं उड़ेगा. आवारा जानवर भी नहीं आएंगे. मक्खियों से निजात दिलाने के लिए दवा छिड़की जाएगी.
नोह कचरा प्लांट काफी समय पहले बनाया गया था. नोह गांव के लोगों से कहा गया था, कि कचरे से खाद बनेगी और सस्ते दाम पर मिलेगी. कचरा प्लांट की वजह से गांव का भी विकास होगा.लेकिन जब से कचरा प्लान बनाया गया है, उसके कुछ साल बाद कचरा प्लांट लगाया लेकिन कुछ महीने चलने के बाद से ही कचरा प्लांट बंद हो गया और गांव में कचरा इकट्ठा होने लगा. अब गांव वालों के सामने परेशानी है, कि इस कचरा प्लांट की वजह से गांव में मक्खियां रहती हैं, जिससे लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. कचरे से थैली उड़कर ग्रामीणों के खेतों में जाती है, जिसकी वजह से जमीन बंजर होती जा रही है.