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कुलदीप जघीना हत्याकांड : 187 दिन से पुलिस थाने में खड़ी है रोडवेज बस, अब तक 36 लाख से अधिक की राजस्व हानि

कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना की हत्या हुए 187 दिन बीत गए हैं, लेकिन जिस बस में ये घटना हुई वो बस अभी तक पुलिस के कब्जे में है. इस कारण अब तक रोडवेज को 36 लाख से अधिक रुपए का नुकसान हो चुका है.

Kripal Jaghina Shot dead in Bus
Kripal Jaghina Shot dead in Bus
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 15, 2024, 6:26 PM IST

187 दिन से पुलिस थाने में खड़ी है रोडवेज बस.

भरतपुर. कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना की 12 जुलाई 2023 को पुलिस अभिरक्षा में आमोली टोल प्लाजा पर रोडवेज बस के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना को 187 दिन गुजर चुके हैं और अब तक इस पूरे मामले में 24 अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं, लेकिन जिस रोडवेज बस के अंदर कुलदीप जघीना की हत्या हुई वो बस अभी तक न्यायालय के आदेश से पुलिस के कब्जे में है. बीते 187 दिन से रोडवेज बस के पहिए थमे हुए हैं. ऐसे में रोडवेज प्रबंधन को इस अवधि में बस का संचालन नहीं हो पाने की वजह से करीब 36 लाख रुपए से अधिक की राजस्व हानि हो चुकी है. अब रोडवेज प्रबंधन लगातार बस को छुड़ाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन न्यायालय से आदेश की प्रतीक्षा में बस को मुक्त नहीं किया जा सका है.

187 दिन में 36 लाख की राजस्व हानि : रोडवेज के डेटा के अनुसार जिस रोडवेज की बस में कुलदीप जघीना की हत्या हुई थी, उस बस का संचालन भरतपुर-जयपुर रूट पर होता था. भरतपुर से जयपुर तक का किराया 195 रुपए प्रति यात्री है. रोडवेज बस में यात्री क्षमता (बैठने की क्षमता) 50 है. ऐसे में रोडवेज बस से एक तरफ से 9750 रुपए और दोनों तरफ से 19500 रुपए की राजस्व आय होती है. बस का संचालन 12 जुलाई 2023 से अब तक बंद है, यानी बीते 187 दिन से बस का संचालन बंद है. यदि इस दौरान बस का संचालन होता रहता तो रोडवेज को करीब 36,46,500 रुपए की आय होती, लेकिन बस का संचालन नहीं होने की वजह से रोडवेज प्रबंधन को 36,46,500 रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है.

पढ़ें. कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना की गोली मारकर हत्या, पुलिस ने चंद घंटे में पकड़े 4 हमलावर

बसों की कमी से जूझ रहा रोडवेज : पुलिस अभिरक्षा में रखी गई रोडवेज बस को छुड़ाने के लिए भरतपुर रोडवेज प्रबंधन और जयपुर रोडवेज प्रबंधन की ओर से कई बार पुलिस प्रशासन के साथ पत्र व्यवहार किया जा चुका है, लेकिन हर बार पुलिस अधिकारियों ने न्यायालय के फैसले और एफएसएल रिपोर्ट नहीं आने की बात बोलकर बस को मुक्त करने में असमर्थता जता दी.

फैसला आने तक पुलिस अभिरक्षा में : पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि घटना के बाद रोडवेज बस में से एफएसएल टीम ने सैंपल कलेक्ट किए थे. उसके बाद न्यायालय के आदेश पर बस को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है. एफएसएल रिपोर्ट आने तक और न्यायालय की ओर से फैसला किए जाने तक बस को पुलिस अभिरक्षा में रखा जाएगा.

यह था घटनाक्रम : गौरतलब है कि कुलदीप जघीना की जयपुर जेल से पेशी के लिए भरतपुर लाते समय 12 जुलाई 2023 को जिले के आमोली टोल पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटनाक्रम में कुलदीप का साथी और कृपाल हत्याकांड का आरोपी विजयपाल भी घायल हुआ था. मामले में भरतपुर पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अभी कई आरोपियों की तलाश की जा रही है.

187 दिन से पुलिस थाने में खड़ी है रोडवेज बस.

भरतपुर. कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना की 12 जुलाई 2023 को पुलिस अभिरक्षा में आमोली टोल प्लाजा पर रोडवेज बस के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना को 187 दिन गुजर चुके हैं और अब तक इस पूरे मामले में 24 अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं, लेकिन जिस रोडवेज बस के अंदर कुलदीप जघीना की हत्या हुई वो बस अभी तक न्यायालय के आदेश से पुलिस के कब्जे में है. बीते 187 दिन से रोडवेज बस के पहिए थमे हुए हैं. ऐसे में रोडवेज प्रबंधन को इस अवधि में बस का संचालन नहीं हो पाने की वजह से करीब 36 लाख रुपए से अधिक की राजस्व हानि हो चुकी है. अब रोडवेज प्रबंधन लगातार बस को छुड़ाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन न्यायालय से आदेश की प्रतीक्षा में बस को मुक्त नहीं किया जा सका है.

187 दिन में 36 लाख की राजस्व हानि : रोडवेज के डेटा के अनुसार जिस रोडवेज की बस में कुलदीप जघीना की हत्या हुई थी, उस बस का संचालन भरतपुर-जयपुर रूट पर होता था. भरतपुर से जयपुर तक का किराया 195 रुपए प्रति यात्री है. रोडवेज बस में यात्री क्षमता (बैठने की क्षमता) 50 है. ऐसे में रोडवेज बस से एक तरफ से 9750 रुपए और दोनों तरफ से 19500 रुपए की राजस्व आय होती है. बस का संचालन 12 जुलाई 2023 से अब तक बंद है, यानी बीते 187 दिन से बस का संचालन बंद है. यदि इस दौरान बस का संचालन होता रहता तो रोडवेज को करीब 36,46,500 रुपए की आय होती, लेकिन बस का संचालन नहीं होने की वजह से रोडवेज प्रबंधन को 36,46,500 रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है.

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बसों की कमी से जूझ रहा रोडवेज : पुलिस अभिरक्षा में रखी गई रोडवेज बस को छुड़ाने के लिए भरतपुर रोडवेज प्रबंधन और जयपुर रोडवेज प्रबंधन की ओर से कई बार पुलिस प्रशासन के साथ पत्र व्यवहार किया जा चुका है, लेकिन हर बार पुलिस अधिकारियों ने न्यायालय के फैसले और एफएसएल रिपोर्ट नहीं आने की बात बोलकर बस को मुक्त करने में असमर्थता जता दी.

फैसला आने तक पुलिस अभिरक्षा में : पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि घटना के बाद रोडवेज बस में से एफएसएल टीम ने सैंपल कलेक्ट किए थे. उसके बाद न्यायालय के आदेश पर बस को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है. एफएसएल रिपोर्ट आने तक और न्यायालय की ओर से फैसला किए जाने तक बस को पुलिस अभिरक्षा में रखा जाएगा.

यह था घटनाक्रम : गौरतलब है कि कुलदीप जघीना की जयपुर जेल से पेशी के लिए भरतपुर लाते समय 12 जुलाई 2023 को जिले के आमोली टोल पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटनाक्रम में कुलदीप का साथी और कृपाल हत्याकांड का आरोपी विजयपाल भी घायल हुआ था. मामले में भरतपुर पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अभी कई आरोपियों की तलाश की जा रही है.

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