भरतपुर. भारत जोड़ो यात्रा के तहत राहुल गांधी पूरे देश को जोड़ने के लिए निकले हुए हैं, लेकिन शुक्रवार को भरतपुर में आयोजित किसान सभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के तार जुड़ते हुए नजर नहीं आए. किसान सभा के एक ही मंच पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट अलग-अलग समय पर पहुंचे. इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जाने के साथ ही राजस्थान सरकार के कुछ मंत्री और नेता भी मंच छोड़कर साथ ही चले गए.
इससे साफ पता चलता है कि अभी भी गहलोत और पायलट के बीच (Gehlot Pilot Controversy) सबकुछ सामान्य नहीं है. राष्ट्रीय लोकदल की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर आयोजित किसान सभा में दोनों नेताओं में एक बात जरूर समान नजर आई कि दोनों नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला.
केंद्र के दबाव में जांच एजेंसियां : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार जांच एजेंसियों पर दबाव बनाकर रखती है. यही वजह है कि केंद्र की जांच एजेंसियां सरकार के दबाव में काम कर रही हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी फ्लैगशिप योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि भरतपुर में अधिकतर स्थानों पर चंबल का पानी पहुंच गया है. कुछ जगह बची हैं, जहां पर जल्द ही चंबल का पानी उपलब्ध हो जाएगा. साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को भेजे गए कोविड गाइडलाइन के पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि हमने गाइडलाइन की पालना के सभी इंतजाम किए थे.
मुख्यमंत्री गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए (CM Gehlot on Chaudhary Charan Singh) कहा कि आज अगर वो होते तो बहुत खुश होते. क्योंकि राजस्थान में पहली बार कांग्रेस सरकार ने किसानों के लिए अलग से बजट घोषणा की गई है. उन्होंने केंद्र सरकार के काले कृषि कानूनों के बारे में कहा कि देश के किसानों की एकजुटता के सामने केंद्र की सरकार को झुकना पड़ा था.
15 मिनट बाद पहुंचे पायलट : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दोपहर करीब 12.40 बजे किसान सभा से हेलीकॉप्टर से दिल्ली रवाना हो गए. उनके रवाना होने के करीब 15 मिनट बाद दोपहर 12.55 बजे सचिन पायलट का मंच पर आगमन हुआ. खास बात यह रही कि कांग्रेस के कई नेता और मंत्री गहलोत के साथ ही कार्यक्रम से रवाना हो गए. उधर पायलट के मंच पर पहुंचते ही आरएलडी के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने देश के किसान वर्ग के लिए संघर्ष किया था. यह वर्ग ऐसा है, जिसके लिए पहले भी संघर्ष किया गया. आज भी संघर्ष की जरूरत है और भविष्य में भी संघर्ष करना पड़ेगा. इसके लिए सभी को एकजुट होने की जरूरत है.
पायलट ने कहा कि केंद्र के सरकार तीन काले कृषि कानून लेकर आई. किसानों ने करीब सवा साल तक (Sachin Pilot Targets Modi Government) घेराबंदी की और आखिर में केंद्र सरकार को किसानों से सिर झुका कर माफी मांगनी पड़ी. ये ताकत है देश के किसान की एकजुटता की. भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र की सरकार ने देश के संसाधनों को बेचने का काम किया. ऐसी सरकार को रोकने के लिए सभी को एकजुट होना पड़ेगा.