भरतपुर. पति ने वर्षों पहले ठुकरा दिया, पति साथ नहीं रखता, मारता पीटता, दुर्व्यवहार करता...फिर भी ये सुहागिनें अपने पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत करती हैं. पति ने भले ही इन्हें बिसरा दिया है लेकिन इन्हें आज भी भरोसा है कि एक न एक दिन उनके पति उन्हें लेने आएंगे. अपना घर आश्रम में निवासरत करीब 100 से अधिक सुहागिनों ने आज करवा चौथ का व्रत रखा है. करवा चौथ (Karwa Chauth 2022) के अवसर पर हम इन्हीं सुहागिनों के प्रेम और समर्पण की कहानी लेकर आए हैं.
65 साल की उम्र में भी इंतजार- बीते करीब 5 साल से अपना घर आश्रम में रह रही धौलपुर निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग शांति देवी ने आज करवा चौथ का व्रत रखा है. हाथों में मेहंदी रचाई है. शांति देवी ने बताया कि उसका पति शराब पीता, उससे झगड़ा करता, मारपीट भी करता साथ नहीं रखना चाहता फिर भी वो उसकी दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत रख रही है. शांति देवी का कहना है कि वो जैसा भी है, ठीक है, आखिर पति है. इतना नहीं इतना होने के बावजूद शांति देवी अपने पति के साथ ही रहना चाहती है. लेकिन पति है कि उसे लेने नहीं आता. शांति देवी के जीवन मे जहां पति के साथ का सुख नहीं मिल पा रहा, वहीं किस्मत ने उनके 5 बच्चों को भी एक एक कार छीन लिया.
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पैर फ्रैक्चर हो गया, पति का इंतजार- मध्यप्रदेश के जबलपुर की रहने वाली रानी का 5 साल पहले मजदूरी करते वक्त पैर फ्रैक्चर हो गया. दयनीय हालत में अपना घर आश्रम पहुंची. यहां बेहतर उपचार हुआ और अब वॉकर से चलने लगी हैं, लेकिन 5 साल में पति ने कभी हाल नहीं पूछा फिर भी रानी आने पति के लिए हर वर्ष करवा चौथ का व्रत रखती हैं. रानी का कहना है कि चाहे कुछ भी हो जाए वो करवा चौथ का व्रत बंद नहीं करेंगी. उनके लिए पति परमेश्वर है. इतना ही नहीं रानी को पूरा विश्वास है कि चाहे कितने ही वर्ष बीत जाएं उनका पति उन्हें लेने जरूर आएगा.
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पति बात नहीं करता- उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ की प्रेमलता मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से करीब डेढ़ साल पहले घर से निकल आई और अपना घर आश्रम पहुंच गई. वो अपने पति से लगातार बात करने का प्रयास करती हैं लेकिन बात नहीं हो पाती. प्रेमलता ने आज अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखा है. उनका कहना है कि यह व्रत बीच में नहीं छोड़ते. इसलिए वो हर वर्ष करवा चौथ का व्रत रखती हैं. प्रेमलता कहती है कि वो अपने पति से बात करेंगी और उनसे कहेंगी कि वो उन्हें अपने साथ ले जाएं.
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हर बात मानूंगी, बस साथ ले जाओ- ग्वालियर की रहने वाली मीनाक्षी डेढ़ साल से अपना घर आश्रम में है. मानसिक स्थिति खराब होने की वजह से पति आए दिन झगड़ा करता था. मीनाक्षी करवा चौथ के दिन अपने पति के पास जाना चाहती है. वो अपने पति की हर बात मानने को तैयार है. लेकिन उसका पति उसे स्वीकार नहीं करना चाहता. गुरुवार को अपना घर आश्रम के संस्थापक डॉ बीएम भारद्वाज ने मीनाक्षी की अपने मोबाइल से उसके पति से बात कराई, लेकिन उसके पति ने उसे स्वीकार करने से साफ इनकार कर दिया.
डॉ. बी एम भारद्वाज ने बताया कि कई महिलाओं के परिजन तो ऐसे हैं जिन्होंने अपना घर आश्रम का मोबाइल नंबर और फोन नंबर ब्लॉक कर दिए हैं. ताकि उनको यहां से कोई फोन या मैसेज नहीं किया जा सके. विपरीत हालात के बावजूद सुहागिनें अपने पति के आने की उम्मीद लगाए हुए हैं. कई महिलाएं तो सिर्फ एक बार मिलने के लिए तड़प रही हैं.