भरतपुर. कुलदीप जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपियों पर भरतपुर आईजी की ओर से इनाम बढ़ाए जाने के अगले ही दिन गुरुवार को तीन आरोपियों ने डीग कोतवाली में सरेंडर कर दिया. आरोपियों ने करीब 9 दिन तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, नोएडा, गुड़गांव, झांसी समेत तमाम जगह पर फरारी काटी. सरेंडर करने के बाद तीनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में और कई नामों के खुलासे किए हैं. इतना ही नहीं घटना से संबंधित ऐसे कई तथ्य का खुलासा किया है, जिससे पुलिस को जांच में मदद मिलेगी.
पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि गुरुवार को 50-50 हजार के इनामी आरोपी लोकेंद्र, देवेंद्र और पंकज ने डीग कोतवाली में सरेंडर कर दिया. आरोपियों ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झांसी, गुड़गांव, नोएडा समेत तमाम स्थानों पर फरारी काटी. फरारी के दौरान आरोपियों की किस-किस व्यक्ति ने क्या-क्या मदद की. इसकी जांच की जा रही है और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
कई नए नाम उगलेः एसपी कच्छावा ने बताया कि तीनों आरोपियों से आईपीएस बृजेश उपाध्याय पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ में तीनों आरोपियों ने घटना से संबंधित कई महत्वपूर्ण तथ्यों के खुलासे किए हैं. घटना से जुड़े और भी कई लोगों के नाम भी उजागर किए हैं, जिससे पुलिस जांच में काफी मदद मिलेगी. हत्याकांड के आरोपियों की भरतपुर पुलिस टीमें जगह-जगह तलाश कर रही है. लेकिन इसी दौरान गुरुवार सुबह अचानक से तीन आरोपी लोकेंद्र, देवेंद्र और पंकज खुद चलकर डीग कोतवाली पहुंच जाते हैं.
पढ़ें: Toll Plaza Murder : गैंगस्टर कुलदीप जघीना हत्याकांड के 3 आरोपी ने किया पुलिस के सामने सरेंडर
इतना ही नहीं तीनों आरोपी मीडिया को बाइट भी दे देते हैं. अंदर थाने जाकर खुद सरेंडर करते हैं, तब जाकर पुलिस को आरोपियों की जानकारी मिलती है. थाने तक पहुंचने के दौरान पुलिस को आरोपियों की मौजूदगी का आभास भी नहीं होता. इस सवाल पर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने कहा कि आरोपियों ने सरेंडर करने के दौरान किस की मदद ली और उनकी किस-किस व्यक्ति ने मदद की. इसकी पूरी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें: कुलदीप जघीना हत्याकांड में नया मोड़, षड्यंत्र पूर्वक हत्या का मामला दर्ज, यह जताई आशंका
परिजनों की तरफ से कृपाल के भाई पुलिस कांस्टेबल रविंद्र व अन्य पुलिसकर्मी पुष्कर का नाम भी लिया जा रहा है. इस पर एसपी ने कहा कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. गुरुवार दोपहर को कुलदीप और विजयपाल के परिजनों ने इस संबंध में ज्ञापन भी दिया था. ज्ञापन में परिजनों ने एक और पुलिसकर्मी अजब सिंह का नाम भी लिया, जिसको जांच के दौरान भरतपुर जिले से बाहर भेजने की मांग की गई.
एसपी ने कहा कि पूरे घटनाक्रम में निष्पक्ष रुप से जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं एसपी कच्छावा ने कहा कि घटनाक्रम के दौरान चालानी गार्डों की भूमिका को लेकर पुलिस मुख्यालय की टीम अलग से प्रशासनिक जांच कर रही है. यदि जांच में चालानी गार्डों की लापरवाही उजागर होती है, तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.