भरतपुर. जिले के बयाना इलाके में दिन-ब-दिन डकैतों का आतंक बढ़ता जा रहा है. वहीं शनिवार देर रात मागरेन इलाके में डकैत भारत गुर्जर और उसके साथियों ने 3 व्यक्तियों की बेरहमी से जमकर पिटाई की है.
जानकारी के मुताबिक गांव गड़ी बाजना का रहने वाला अमर सिंह रात को अपने खेत की रखवाली करने के लिए गया. जैसे ही वह खेत में पहुंचा उसने देखा की उसके खेत में करीब 8 से 10 लोग बैठे हुए हैं. ऐसे में अमर सिंह ने उन लोगों पर टॉर्च जलाकर देखना चाहा की वे कौन लोग हैं. इतने में वहां बैठे सभी लोगों ने अमर सिंह को घेर लिया. उसके बाद उन लोगों ने कहा कि उन्हें पानी पीना है. सिंह ने हाथ में ली हुई पानी की बोतल उन लोगों को दे दी. वे लोग पानी पीने के बाद बोले की उन्हें जंगल की तरफ जाना है, हमें रास्ता दिखा दो.
अमर सिंह उनको रास्ता दिखाने के लिए वहां से चल दिया. रास्ते में कुछ दूर चलने के बाद डकैतों ने अमर सिंह से उसका नाम पूछा तो अमर सिंह ने अपना नाम टैब डकैत बताया. डकैतों ने उससे पूछा कि तू किसकी फैमली में से है. अमर सिंह ने किसी दूसरी फैमली का नाम डकैतों को बताया. तभी दो डकैत वहां से अकेले में गए और आपस में बात करने लगे. बात करके दोनो अमर सिंह के पास आए और बोला कि तू हमसें झूठ बोलता है. तूं बंटी सरपंच की फैमली में से है और उसमें से एक डकैत ने अपने मुंह पर टॉर्च मारी और बोला पहचान मुझे मैं हूं भारत गुर्जर डकैत.
इतने में सामने से एक ट्रैक्टर आया, जिसमें कृष्णा और शिवराम सवार थे. ये दोनों अमर सिंह के परिवार में से ही थे. डकैतों ने सामने से आ रहे ट्रैक्टर को रोक और उनसे ट्रैक्टर की लाइट बंद करने को बोला और दोनों को नीचे उतार लिया. दोनों से उनका नाम और उनके परिवार के बारे में पूछने लगे. जब डकैतों को पता लगा कि ये तीनो बंटी सरपंच की फैमली में से हैं तो डकैतों ने अमर सिंह और शिवराम को पीटना शुरू कर दिया और कृष्णा के हाथ पैर बांध दिए.
डकैतों ने अमर सिंह और शिवराम की पिटाई कर उनको वहीं छोड़ दिया और कृष्णा को अपने साथ एक पहाड़ी पर ले गए. वे करीब 3 किलोमीटर दूर चलने के बाद कृष्णा की पिटाई करना शुरू कर दिया. तभी इस घटना के बारे में गांव में पता लगा तो गांव के करीब 100 से 150 व्यक्ति कृष्णा को ढूढंने लगे. तभी डकैतों ने सभी लोगों पर फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग होते देख गांव वाले वहां से लौट आए और गड़ी बाजना थाने में घटना की सूचना दी.
इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कृष्णा को पहाड़ी से बरामद किया और भरतपुर के एक अस्पताल में तीनों को भर्ती करवाया है. इसमें से अमर सिंह के जबड़े और नाक की हड्डी फ्रेक्चर हो गई है. साथ ही कृष्णा और शिवराम के हाथ और पैर पूरी तरह से फ्रेक्चर हो गए हैं. फिलहाल गड़ी बाजना थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.