भरतपुर. पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में धड़ल्ले से तैयार किए जा रहे अवैध हथियार भरतपुर के लिए सिरदर्द बन गए हैं (Illegal Arms In Bharatpur). यहां के आपराधिक तत्व पड़ोसी राज्यों से आसानी से अवैध हथियार खरीद कर लाते हैं और जिले में हत्या जैसी जघन्य वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. इतना ही नहीं कई लोग तो सिर्फ शौक पूरा करने के लिए अवैध हथियार खरीदकर लाते हैं और सोशल मीडिया पर हथियार के साथ फोटो अपलोड करते हैं. भरतपुर पुलिस इन अवैध हथियारों से हो रही आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने में नाकाम सी नजर आ रही है. हर वर्ष जिले में हत्या की दर्जन भर वारदातें हो रही हैं.
इन घटनाओं से हिल गया भरतपुर-
डॉक्टर दंपति हत्या : 28 मई 2021 को अनुज गुर्जर और उसके मामा के लड़के महेश गुर्जर ने दिनदहाड़े काली बगीची क्षेत्र में कार में डॉक्टर सुदीप गुप्ता और उनकी पत्नी डॉ सीमा गुप्ता की अवैध हथियार से गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्याकांड के दोनों मुख्य आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए.
कृपाल जघीना हत्याकांड: शहर के जघीना गेट क्षेत्र में 4 सितंबर 2022 को भाजपा नेता कृपाल जघीना की अवैध हथियार से गोली मारकर हत्या कर दी गई. मामले में 9 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई.
करवा चौथ पर उजड़े सुहाग : 13 अक्टूबर 2022 को करवा चौथ के मौके पर भुसावर थाने के गांव पथैना में आपसी रंजिश के चलते दो पक्षों में फायरिंग हुई, जिसमें पिता और उसके दो बेटों की मौत हो गई थी.
दोस्त के परिवार की हत्या: 26/27 नवंबर 2022 की आधी रात को कुम्हेर क्षेत्र के गांव सिकरोरा में एक दोस्त ने फायरिंग कर तीन भाइयों की हत्या कर दी. तीन अन्य घायल हुए. मामले में कई दो मुख्य आरोपियों समेत कई की गिरफ्तारी हुई.
पपला गैंग के गुर्गे पकड़े: 11 दिसंबर 2022 की रात पपला गैंग के दो गुर्गे डीग में पकड़े. इनसे 5 अवैध कट्टे भी बरामद किए, जिनको उत्तर प्रदेश से खरीदकर ला रहे थे. ये हथियार लादेन गैंग से बदला लेने के लिए खरीदकर ले जाए जा रहे थे.
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पड़ोसी राज्यों से आ रहे हथियार- पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि भरतपुर जिले की लोकेशन उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश के बॉर्डर से सटी हुई है. यहां अधिकतर अवैध हथियार उत्तर प्रदेश के मथुरा, आगरा और मध्य प्रदेश से अवैध तरीके से लाए जा रहे हैं. पुलिस लगातार अवैध हथियार के सप्लायरों तक पहुंचने के प्रयास कर रही है.
घर घर खंगाल रहे अवैध हथियार- पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि जिले में अवैध हथियारों से हुई फायरिंग की घटनाओं को देखते हुए बीते 7 साल का रिकॉर्ड खंगाला गया. फिर 7 साल में जो लोग अवैध हथियारों से फायरिंग और आपराधिक घटनाओं में शामिल हुए हैं उनकी पूरी एक सूची तैयार की गई है. अब पुलिस टीम घर घर जाकर उनकी तलाशी ले रही है. अभियान के तहत अब तक ऐसे 165 लोगों के घरों की अब तक तलाशी ली गई. आर्म्स एक्ट के तहत 17 मामले दर्ज कर गिरफ्तारी भी की गई है. यह अभियान आगे भी जारी रहेगा.